नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार को मंगलवार को अमलीजामा पहनाया। मोदी के मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्री शामिल किए गए।
विस्तार में केवल प्रकाश जावड़कर का कद बढ़ाकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि बाकी सभी को राज्य मंत्री बनाया गया है। पहले खबर थी की कुछ मंत्रियों का कद बढ़ाकर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है।
जावड़ेकर के अलावा एस एस आहलुवालिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, विजय गोयल ने राज्यमंत्री की शपथ ली। इसके अलावा आरपीआई से रामदास अठावले ने मंत्री पद की शपथ ली। यूपी से मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल को भी राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सभी नए मंत्रियों को पद और गोपनियता की शपथ दिलवाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कैबिनेट के मंत्री वर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी मौजूद थे।
मई 2014 में सत्ता संभालने के बाद मोदी मंत्रिमंडल में यह सबसे बड़ा फेरबदल है। इसमें 6 मंत्रियों की छुट्टी हो रही है और 19 नए चेहरे शामिल किए जा रहे हैं। मंत्री बनने वाले नेता राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और उत्तराखंड से हैं।
मंत्रियों का चयन करते हुए इस बात का खास ख्याल रखा गया कि वह गांव, गरीब और किसान को अपनी वरीयता पर लें।
कैबिनेट मंत्री
प्रकाश जावड़ेकर
राज्य मंत्री
रमेश चंदप्पा- सांसद, बीजापुर कर्नाटक, पांच बार लोकसभा सांसद, 1998 में पहली बार सांसद बने, दलित चेहरा। कर्नाटक के गृहमंत्री रहे।
विजय गोयल- राज्यसभा सांसद, राजस्थान, वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे। 1977 से राजनीति की शुरुआत। 1996 से लगातार तीन बार राज्यसभा सांसद रहे।
रामदास आठवले- राज्यसभा सांसद, महाराष्ट्र, 3 बार लोकसभा सदस्य रहे। राज्य मंत्री रह चुके हैं और पहली बार केंद्रीय मंत्री बने। सांगली से हैं और दलित चेहरा। रिपब्लिकन पार्टी के नेता।
राजेन गोहेन- नगांवख् असम से सांसद, नगांव भाजपा अध्यक्ष रहे। पहली बार केंद्र में मंत्री बन रहे हैं। 1999 से लगातार सांसद हैं।
अनिल माधव दवे- राज्यसभा सांसद, मध्य प्रदेश। 2009 से राज्यसभा सांसद हैं।
पुरुषोत्तम रुपाला- राज्यसभा सांसद, गुजरात। गुजरात में कृषि मंत्री रहे। पहली बार राज्यसभा सांसद बने और केंद्रीय मंत्री बने। गुजरात की राजनीति का बड़ा चेहरा और पटेल नेता। मोदी के करीबी हैं रुपाला।
एमजे अकबर- राज्यसभा सांसद, मध्य प्रदेश। पेशे से पत्रकार भाजपा के प्रवक्ता रहे हैं। 1989 में पहली बार सांसद बने। अहलुवालिया के बाद दूसरे अल्पसंख्यक।
अर्जुनराम मेघ्वाल- बीकानेर से सांसद। राजस्थान में पार्टी का दलित चेहरा। राज्य के पार्टी उपाध्यक्ष रहे। कलेक्टर रह चुके हैं मेघवाल।
जसवंत सिंह भभोर- गुजरात के दाहोद से सांसद। 1995 से 2014 तक 5 बार विधायक रहे। आदिवासी समुदाय से आते हैं। गुजारात में आदिवासी विकास मामलों के मंत्री रह चुके हैं।
महेंद्र नाथ पांडे- यूपी के चंदौली से सांसद। पहली बार सांसद और केंद्रीय मंत्री बने। यूपी में शहरी विकास मंत्री रहे हैं।
अजय टम्टा- उत्तराखंड के अल्मोड़ा से सांसद। उत्तराखंड में बड़ा दलित चेहरा। 12वीं पास टम्टा पहली बार केंद्रीय मंत्री बने। 2007 में पहली बार विधायक बने।
कृष्णा राज- यूपी के शाहजहांपुर से लोकसभा सांसद। दो बार यूपी में विधायक रहीं। सक्रिय नेता कहीं जाती हैं। दलित समुदाय का चेहरा। दूसरी दलित महिला जिन्होंने शपथ ली।
मनसुख मंडाविया- गुजरात से राज्यसभा सांसद। 2010 से राज्यसभा सांसद रहे हैं। 2002 में पहली बार विधायक बने। भावनगर के रहने वाले हैं।
अनुप्रिया पटेल- यूपी के मिर्जापुर से सांसद। अपना दल की सांसद हैं। कुर्मी जाति के बड़े नेता की बेटी हैं। 2012-14 तक विधायक रहीं।
सीआर चौधरी- राज्स्थान के नागौर से सांसद। पहली बार सांसद बने और केंद्रीय मंत्री का दर्जा मिला। सरकारी नौकरी से राजनीति में आए।
एसएस अहलुवालिया
फग्गन सिंह कुलस्ते