नई दिल्ली – दिल्ली विधानसभा चुनाव के औपचारिक ऐलान से पहले बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के जरिेये आज शक्ति प्रदर्शन कर रही है। इस रैली को प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और साख से जोड़कर देखा जा रहा है। इस रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। हालांकि विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि मोदी की इस रैली के लिए बीजेपी ने भाड़े की भीड़ इकट्ठा की है। विपक्षी दलों, कांग्रेस और आप का आरोप है कि रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लोगों को बसों में भरकर लाई है।
आप के नेता और दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती का कहना है कि बहुत बड़ी संख्या में हरियाणा और यूपी से बड़ी संख्या में लोग लाए गए हैं। सोमनाथ भारती का कहना है कि बीजेपी दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन का प्रयास कर रही है। सोमनाथ भारती का कहना है कि पता नहीं कब ये अपनी पुरानी आदतें छोड़ेंगे और कब जनसेवा के काम में जुटेंगे। आम आदमी पार्टी ही नहीं कांग्रेस ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा का कहना है कि मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए जिस तरह स्टेट की मशीनरी का दुरुपयोग किया गया है, कांग्रेस पार्टी उसकी निंदा करती है। मुकेश शर्मा का आरोप है कि यूपी और हरियाणा से 2500 बसों में भरकर लोग लाए गए हैं।
मोदी की रैली में भाड़े की भीड़ के आरोपों को बीजेपी ने खारिज कर दिया है। बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव का कहना है कि मोदी देश के अकेले ऐसे नेता हैं जो अपने दम पर लाखों की भीड़ खींच सकते हैं। नरसिम्हा राव का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए लोग खुद ब खुद अलग-अलग स्थानों से दिल्ली पहुंचे हैं। बीजेपी नेता संबित पात्रा का कहना है कि दिल्ली की जनता आज ड्रामा और डेवलेपमेंट के बीच मुकाबला देखेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की इस रैली के बाद बीजेपी दिल्ली में अपने जनाधार का सही आंकलन कर पाएगी। हालांकि दिल्ली में बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपने किसी नेता के नाम का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी चाहती है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को ही दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी भुनाया जाए। इसलिए हाल ही में मोदी के नाम पर जिन तीन राज्यों में बीजेपी ने जीता हासिल की, उन सभी राज्यों हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों को भी इस रैली में बुलाया गया है।