पटना- 11 साल बाद जेल से बाहर आए सिवान के पूर्व आरजेडी सांसद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की दहशत एक बार फिर देखने को मिली। शनिवार को शहाबुद्दीन क़ाफिला भागलपुर से सिवान के लिए निकला था। रास्ते में मुज़फ्फरपुर के पास एक टोल पर उनका क़ाफिला बिना टोल टैक्स भरे निकल गया।
हैरत की बात यह है कि उस वक़्त वहां मौजूद किसी टोल कर्मचारी में क़ाफिले की गाड़ियों को टोल टैक्स के लिए रोकने की हिम्मत नहीं हुई। शहाबुद्दीन के क़ाफिले में सैकड़ों गाड़ियां थीं।
गौरतलब है कि जेल से बाहर आने के 24 घंटे के अंदर शहाबुद्दीन ने एक बार फिर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। सिवान पहुंचने के बाद शहाबुद्दीन ने कहा कि नीतीश जनता के नेता नहीं हैं। वह गठबंधन की वजह से मुख्यमंत्री बन गए हैं, जैसे मधु कोड़ा बने थे।
इससे पहले शुक्रवार को भागलपुर जेल से रिहा होने के बाद शहाबुद्दीन ने कहा था कि नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। इधर शहाबुद्दीन की रिहाई पर विपक्ष के हमलावर रुख़ पर नीतीश कुमार ने सफ़ाई देते हुए इसे क़ानूनी प्रक्रिया बताया है। वहीं शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने पर आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव से मथुरा में इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने उल्टा सवाल पूछते हुए कहा कि आपको क्या तकलीफ़ है। [एजेंसी]