नई दिल्ली – संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे से भरा रहा और विपक्ष के लगातार हल्ले के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सभा स्थगित होने से पहले राज्यसभा में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष जिस भी मुद्दे पर चाहे तुरंत बहस शुरू कर सकती है, लेकिन विपक्ष नहीं माना और सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।
सत्र में ससंद के दोनों सदनों में सरकार को घेरने की कांग्रेस की रणनीति में अचानक बड़ा बदलाव आया और कांग्रेस ने अपना प्रस्तवित धरना स्थगित कर दिया। इसेे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ट्वीट से जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल, कांग्रेस को अन्य विपक्षी दलों का साथ नहीं मिल रहा है। इसके चलते आज संसद परिसर में प्रस्तावित धरना स्थगित कर दिया गया है। धरने में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल होने वाले थे।
इसके तुरंत बाद खबर आई कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले पर संसद में नोटिस देने का फैसला भी वापस वापस ले लिया है। ललितमोदी गेट पर बात की जाएगी। इस बीच, कांग्रेसी सांसद काली पट्टी बांधकर संसद भवन पहुंचे हैं।
धरने का ऐलान मंगलवार को किया गया था, जिसमें सभी कांग्रेस सांसद शामिल होने वाले थे। संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध दिया जाना था। मालूम हो, कांग्रेस ने संसद के मानसून सत्र में हंगामा करने की नीति बनाई है। पार्टी सुषमा स्वराज, शिवराज सिंह और वसुंधरा राजे का इस्तीफा मांग रही है।