नई दिल्ली : नाबालिग बच्चों के साथ रेप के मामले में सरकार ने पास्को कानून को और भी सख्त कर दिया है, अब 12 साल से कम की उम्र की बच्ची के साथ रेप करने पर अधिकतम सजा फांसी हो सकती है। देश में लगातार रेप की घटनाओं में आई बढ़ोतरी के बाद देश के तमाम शिक्षण संस्थान के 637 शिक्षकों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखा है, जिसमे उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ अपराध के मामलों में पीएम का बयान पर्याप्त नहीं है, उन्होंने पीड़िताओं को अपेक्षित आश्वासन नहीं दिया है। इन शिक्षकों में भारत और विदेश के भी शिक्षक शामिल हैं।
पत्र में लिखा गया है कि हम आपको यह पत्र भेज रहे हैं, ताकि हम अपने आप को इस बात के लिए कोस नहीं सके कि हमने इस मुद्दे पर कुछ कहा नहीं और शांत रहे और जो कायर महिलाओं और बच्चियों के साथ रेप करके उनके शव को विक्षत करते हैं वह समझ सके कि वह किस घिनौने और नृशंस अपराध को अंजाम दे रहे हैं। यह पत्र ऐसे वक्त सामने आया है जब सरकार ने पॉस्को एक्ट में बड़ा बदलाव करते हुए इसमे सजा को काफी सख्त कर दिया है।
जिन लोगों ने पीएम को यह पत्र लिखा है उसमे 200 से अधिक शिक्षक अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और युनाइटेड किंगडम से हैं। इस हफ्ते यह दूसरा खुला पत्र पीएम मोदी को लिखा गया है। इससे पहले पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी पीएम मोदी को खुला पत्र लिखा था। इस पत्र में इन अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि राज्यों की भयावह स्थिति के लिए पीएम जिम्मेदार हैं, इन लोगों ने देश के सेक्युलर लोकतांत्रितक मूल्यों के पतन पर भी चिंता जाहिर की थी।
अपने पत्र में इन शिक्षकों ने लिखा है कि उनके भीतर काफी गुस्सा और नाराजगी है, जिस तरह से अपराधियों को जम्मू कश्मीर के कठुआ में बचाने की कोशिश हुई है वह शर्मनाक है। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रेप की घटना के बाद जिस तरह का रवैया अपनाया गया और भाजपा के प्रवक्ताओं ने इस मुद्दे से भटकाने के लिए अलग-अलग मुद्दों को इससे जोड़ा वह शर्मनाक है। कठुआ और उन्नाव की घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा है, लेकिन इस मामले में आरोपियों को भाजपा नेताओं के इशारे पर बचाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला नहीं दर्ज किया, जिसमे भाजपा विधायक ही आरोपी थे, जिसके बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद सीबीआई ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया था। वहीं कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में आईएमएफ चीफ क्रिस्टीन लोगार्ट ने भी अपनी आवाज उठाई।