प्रतापगढ़- कहते हैं माँ के दिल जैसा दुनिया में कोई दिल नहीं। इस बात को झूठा साबित कर दिया है एक कलयुगी माँ ने, जिसने ममता का गला घोंटते हुए अपने चार माह के मासूम का गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी वो भीे केवल प्रेमी के लिए। यही नहीं उसने अपने मासूम बेटे की हत्या कर उसकी लाश घर में ही फेंक कर फरार हो गयी। यह जानकारी जब मासूम के दादा और पिता को हुई तो उनके तो होश ही उड़ गए। मृतक मासूम के दादा ने पुलिस से शिकायत करते हुए अपनी बहू को ही पोते का हत्यारा बताते हुए कार्यवाही की मांग की है।
कलयुगी माँ ने ममता का गला घोंटते हुए अपने 4 माह के मासूम बेटे शहनवाज की गला घोंट कर हत्या कर दी। मामला लालगंज कोतवाली के तेजगढ़ पूरे आचार्य गांव का है। इस गांव के रहने वाले शकील का निकाह वर्ष 2014 में शैफुलन्निशा के साथ हुआ था। निकाह के बाद से ही पति पत्नी बीच रिश्ते मधुर नहीं थे। इसी दौरान शैफुलन्निशा ने चार माह पूर्व एक बेटे को जन्म दिया तो बूढ़े अब शायद उसके घर में खुशियां वापस आ जाएँ। लेकिन बेटे को जन्म माह बाद ही शैफुलन्निशा अपने मायके चली गयी।
10 दिनों पूर्व ही शकील का पिता रिटायर्ड फ़ौजी समशुद्दीन बहू को लेने पहुंचा तो वहां के हालत देखकर उसके होश उड़ गए। बहू अपने नवजात बेटे कर अपना पूरा समय एक पड़ोसी के घर बिताती थी। यही नहीं उसने ससुर के साथ आने से भी इंकार कर दिया। अंत में थक हार कर शमशुद्दीन वापस आ गया। लेकिन दो दिन बाद ही उसे पता चला की उसके मासूम पोते शहनवाज की मौत हो गयी है तो वह बेटे की ससुराल जा पहुंचा। वहाँ उसे पता उसकी बहू घर से लापता है। उसने बहू पर पोते की हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की जानकारी पुलिस को दी। नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला हुई मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।
मृतक शाहनवाज के दादा की तहरीर पर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है। अभी तक आरोपी कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस कप्तान ने मामले की छानबीन के आदेश दे दिए है आप खुद ही सुनिए क्या कहते है पुलिस अधीक्षक
लालगंज क्षेत्र में हुई इस घटना में अगर रिटायर्ड फ़ौजी शमशुद्दीन द्वारा लगाया सही साबित होता है तो निश्चित ही समाज में ममतामयी चेहरे जानी जाने वाली माँ के लिए एक कलंक होगा। मामले का निष्कर्ष जो भी निकले लेकिन एक बात तो तय है की यह मामला समाज के लिए बेहद गंभीर है।
रिपोर्ट- हर्ष मिश्रा