बेंगलुरु : मां कभी इतनी बेरहम नहीं हो सकती की अपनी ही संतान को मौत के घाट उतार दे लेकिन बेंगलुरु में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। खबरों के अनुसार यहां रहने वाली एक महिला ने अपनी 7 साल की बेटी को चार मंजिला इमारत की छत से दो बार नीचे फेंका जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद लोगों ने महिला को घर से बाहर निकाला और पुलिस के आने तक उसे खंभे से बांध दिया। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार दक्षिण बेंगलुरु के जेपी नगर में जरगनहाली में राम मंदिर के पास स्थित एक इमारत में एक मां ने अपनी ही बेटी की जान ले ली।
महिला की पहचान 30 वर्षीय स्वाति सरकार के रूप में हुई है। मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली स्वाति एक स्कूल टीचर है और पिछले एक साल से यहां रह रही थी। बताया जा रहा है कि उसका पति एक आईटी कंपनी में बिजनेस एनालिस्ट है और दोनों अलग हो चुके थे।
पुलिस के अनुसार घटना रविवार 3.30 बजे की है। मां द्वारा बच्ची को दोबारा छत से फेंके जाने के बाद उसकी मौत हो गई। इमारत के अन्य लोगों ने बच्ची को खून से लथपथ देखा और पाया कि उसकी मां वहां से भागने की तैयारी कर रही है। इसके बाद वो चीखते हुए बाहर निकले और श्रेया को पकड़कर बांध दिया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस का मानना है कि स्वाति का उसके पति से अक्सर विवाद होता था और इसके चलते वो दिमागी रूप से बीमार रहने लगी थी। इसी कारण उसने अपनी बेटी पर हमला किया।
पुलिस के अनुसार स्वाति ने गुस्से में अपनी बेटी को पहली बार छत से फेंका और फिर तुरंत नीचे आकर उसे ऊपर ले गई और वहीं से दूसरी बार नीचे फेंका। गंभीर चोट के कारण उसकी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ लोगों ने स्वाति को खून से लथपथ बेटी को ले जाते देखा तो सवाल किए, जिसके बाद स्वाति ने उन पर गुस्सा करते हुए कहा कि अपना काम से मतलब रखें। इसके बाद लोगों ने उसे भागने की कोशिश करते हुए पकड़ लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है साथ ही महिला को गिरफ्तार कर लिया है।