भोपाल- मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर की तर्ज पर मध्यप्रदेश के महाकालेश्वर मंदिर समेत छह देवालयों के नाम डीमैट खाते खोलने की नवाचारी योजना जिलाधिकारियों के कथित सुस्त रवैये के कारण अब तक परवान नहीं चढ़ सकी है।
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प्रदेश के धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के अपर सचिव राजेंद्र सिंह ने कहा, ‘हम उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर, खंडवा के ओंकारेश्वर मंदिर, सीहोर जिले के सलकनपुर स्थित बिजासन देवी मंदिर, सतना जिले के मैहर देवी मंदिर, इंदौर के खजराना गणेश मंदिर और टीकमगढ़ जिले के ओरछा स्थित रामराजा मंदिर के नाम डीमैट अकाउंट खोलने की योजना पर विचार कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग ने सभी छह जिलों के कलेक्टरों को जून में पत्र लिखकर कहा था कि वे इस योजना का परीक्षण कर सात दिन के भीतर अपनी राय भेजें। लेकिन महकमे को जिलाधिकारियों का अभिमत अब तक नहीं मिल सका है।
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राजेंद्र सिंह ने कहा, ‘हम संबंधित कलेक्टरों को इस बारे में स्मरण पत्र भेजकर दोबारा उनसे अभिमत मांगेंगे। ‘
प्रदेश के छह मंदिरों के प्रस्तावित डीमैट अकाउंट खुलने के बाद भक्त भगवान के नाम पर शेयर और प्रतिभूतियां भी दान कर सकेंगे। इससे मंदिरों की आय में इजाफा होगा। [एजेंसी]