इंदौर : मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर तेज हो गया है। इसी कड़ी में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज इंदौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एमपी की शिवराज सरकार पर निशाना साधा।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि, मध्य प्रदेश में किसान बहुत परेशान हैं। उनकी समस्याओं की फेहरिस्त बहुत लंबी है। इतना ही नहीं उन्होंने एमपी में हुए व्यापमं घोटाले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, एमपी में व्यापमं जैसा महाघोटाला हुआ। इतना ही नहीं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने सीएम शिवराज सिंह के उन आरोपों को भी खारिज किया, जिसमें उन्होंने यूपीए सरकार के वक्त प्रदेश के साथ भेदभाव होने की बात कही थी। मनमोहन सिंह ने कहा कि, हमने मध्य प्रदेश के साथ कोई भदभाव नहीं किया है। इसके गवाह खुद शिवराज सिंह चौहान हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि, “मैं जब प्रधानमंत्री था तो मैंने शिवराज सरकार की हर संभव मदद की , मेरी यही कामना रही थी कि सभी राज्यों को जो सहायता चाहिए, वो मिलनी चाहिए। भाजपा सरकार के अब 5 से 6 माह बचे हैं, इस सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए हैं।”
एक तो सबसे पहले मुद्दा है, किसानों कि दुर्दशा, प्रदेश में उन्हें उचित दाम नही मिला। उलटा कर्ज के नीचे दबे जा रहे हैं, इसलिए किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उसका जवाब मोदी सरकार को देना होगा। जो वादे उन्होंने किए वो पूरे नहीं हुए। 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात एक जुमला बनकर ही रह गई। नेशनल एजेंसी का दुरुपयोग हो रहा है। वहीं सीबीआई डायरेक्टरों के बीच चल रहे विवाद को लेकर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि, ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है, इसलिए मैं बात नही कर सकता। राफेल मामले में दाल में काला है, इसलिए सरकार जेपीसी की मांग नहीं मान रही है।