नसरुल्लागंज : मंदसौर में किसानों पर हुए गोली कांड की गूंज अभी तक लोगों को सहरा जाती हैं। दूसरी तरफ रोज ही किसानों की आत्महत्या को लेकर प्रदेश सुर्खियों में हैं। वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के क्षेत्र से एक दिल दुःखा देने वाली खबर आ रही हैं। आर्थिक तंगी के कारण एक किसान पिता ने बैलों की जगह अपनी बेटियों से खेतों में हल जोतता है।
यह घटना बसंतपुर पांगरी गांव की है और इसकी तस्वीर अपने आप में बहुत कुछ कह रही है। सरदार काहला ने दावा किया कि खेतों में जुताई के लिए बैल खरीदने और उनकी देखभाल के लिए उनके पास पैसा नहीं है। आर्थिक तंगी के कारण ही उनकी दोनों बेटियों ने पढ़ाई छोड़ दी है। एक का नाम राधिका है जो 14 साल की है और दूसरी का नाम कुंती है जो 11 साल की है। पैसों की कमी और पिता की मदद के लिए उन्होंने स्कूल जाना छोड़ दिया।
उधर, खेतों में हल जोतने के लिए बेटियों के इस्तेमाल की घटना पर डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (डीपीआरओ) आशीष शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि किसनों को निर्देश दिया गया था कि इस तरह की गतिविधियों के लिए बच्चों का इस्तेमाल ना करें। उन्हें जिस भी तरह की मदद की जरूरत होगी, उन्हें दी जाएगी। प्रशासन मामले को देख रही है। सरकारी योजनाओं के तहत उन्हें मदद मुहैरा कराई जाएगी।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में किसानों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। कर्ज के बोझ तले दबे किसानों द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाए जाने की खबरें आती रहती हैं। हाल ही में किसानों द्वारा पूरे राज्य में आंदोलन भी चलाया गया। इस दौरान हिंसा में कई किसानों को जानें भी गंवानी पड़ी। देश के कई अन्य राज्यों में भी किसानों का हाल बुरा है।
रिपोर्ट @चन्दर सिंह बागवान