खंडवा: करीब तीन माह पहले जिला अस्पताल के लेडी बटलर वार्ड में पत्रकार गोविंद गीते की धर्मपत्नी मानिका गीते की प्रसूती के 15 घंटे बाद हुई मौत के मामले में सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने कलेक्टर अनूपकुमार सिंह को उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जांच दल गठित करके यह स्पष्ट किया जाए कि प्रसूता की मौत किन कारणों से हुई और दोषियों पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए।
खंडवा प्रवास के दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने बुधवार को कलेक्टर अनूपकुमार सिंह से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने लेडी बटलर वार्ड में प्रसूता मोनिका पत्नी गोविंद गीते की 21 नवंबर 2021 को हुई मौत के संबंध में किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जताई। सांसद के साथ मौजूद प्रवक्ता सुनील जैन ने कलेक्टर को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि इस पूरे मामले में अस्पताल स्टाफ और डाक्टर्स की लापरवाही रही है। उन्होंने यह भी बताया कि लेडी बटलर वार्ड में भर्ती होने वाली प्रसूताओं के लिए पलंग तक नहीं हैं। उन्हें जमीन फर्श पर लेटाया जा रहा है। जबकि मेडिकल हास्पिटल में पलंग खाली पड़े हैं।
सांसद ने कलेक्टर को लेडी बटलर वार्ड की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश भी दिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की बात कही है। चर्चा के दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटील के साथ ही प्रवक्ता सुनील जैन, पंधाना विधायक राम दांगोरे, भाजपा जिला महामंत्री अरुण सिंह मुन्ना, महामंत्री राजेश तिवारी, महेश चौधरी, पूर्व नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र बजाज, चंद्रेश पचौरी, राजपाल सिंह चौहान, सचिन ताइड़े, लोकेंद्र सिंह गौड़ उपस्थित रहे। विदित हो कि तीन महीने बीत जाने के बाद भी प्रसूता मोनिका गीते की मौत के मामले में किसी तरह की जांच या कार्रवाई सामने नहीं आई है। इस संबंध में पत्रकारों द्वारा भी तात्कालीन कलेक्टर कलेक्टर अनय द्विवेदी को भी ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की गई थी।