मण्डला- ग्रामीण बरसात को देखते हुये अपने घर पर जलशुद्धिकरण हो चुके हैण्डपम्प के ही पानी का उपयोग करें अथवा पानी को उबालकर पियें। इससे वे संक्रामक रोगों से बच सकते हैं।
अपने घर के आसपास कीचड़ और गंदगी नहीं होने दें और घर के पीने के पानी में आशा कार्यकर्त्ता और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दी गई दवा से पानी को शुद्ध कर ही उपयोग करें। यह सलाह कलेक्टर श्रीमति प्रीति मैथिल नायक ने घुघरी विकासखण्ड के ग्राम लाटो, पाटन, नरवार टोला और बरवानी ग्राम में भ्रमण के दौरान ग्रामीणों को दी।
कलेक्टर ने बरसते पानी में रास्ते में वाहन रोककर घर घर जाकर ग्रामीणों से उनके उपयोग किये जाने वाले पानी की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि उनके ग्राम के हैण्डपम्पों में दवाई डली है जिसका पानी उपयोग कर रहे हैं। कुॅए में भी सचिव एवं आशा कार्यकर्त्ता द्वारा दवाई डाली गई है।
आवश्यकतानुसार उसका भी उपयोग करते हैं। कलेक्टर ने उन्हें समझाया कि किसी भी स्थिति में झिरिया, नाले या खेत में भरे पानी को पीने में उपयोग नहीं करें, इससे संक्रामक बीमारी होने का खतरा है। यदि हैण्डपम्प घर से कुछ दूरी पर है तो जीवन रक्षा के लिये वहीं से पानी लाकर उपयोग करें।
कलेक्टर को लाटो के संगम टोला में ग्रामीणों ने हैण्डपम्प नहीं होने की जानकारी दी। उन्होंने शीघ्र ही इस टोले में हैण्डपम्प खनन कराने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान पाटन खैरोटोला में एक घर के छप्पर के नीचे रखे पानी के बर्तन देखकर पूछा कि यह पानी क्यों एकत्र करते हैं तो बताया गया कि बर्तन कपड़े एवं अन्य बाहरी उपयोग के लिये रखते हैं किन्तु पीने के लिये हैण्डपम्प से पानी लाते हैं।
कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान ग्राम बरवानी में खेतों के बीच एवं अन्य दूरस्थ स्थलों पर बने मकानों को देखते हुये आबादी की जमीन में आवास बनाने की बात कही।
ताकि एक दूसरे की कठिनाईयों में उन्हें सूचना मिलते ही वे मदद कर सकें। अपने भ्रमण के पश्चात उन्होंने घुघरी अनुविभागीय अधिकारी को निर्देशित किया कि वे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से भ्रमण कर बरवानी के उल्का मोहल्ला के बंद हैण्डपम्प को दुरूस्त कराये तथा भोई टोला में हैण्डपम्प खनन की कार्रवाई करें।
इसी प्रकार इन्हीं ग्रामों तथा आसपास के ग्रामों में सघन भ्रमण कर तत्काल दवा एवं जल शुद्धिकरण के लिये क्लोरीन टेबलेट एवं जर्मेक्स का वितरण भी करायें।
उल्लेखनीय है जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में उलटी दस्त का प्रकोप है, जिसकी वजह दुषित पेय जल को माना जा रहा है। यही वजह है कि बीमारी की रोक थाम के लिए कलेक्टर पेय जल की शुद्धता पर ख़ास ध्यान दे रही है। स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अमले के अलावा कलेक्टर खुद भी गाँव – गाँव दौरे कर हालात पर नज़दीक से नज़र बनाये हुए है।
उल्टी दस्त की रोकथाम के लिए बॉटे गये वाटर फिल्टर –
बरसाती नालों तथा झरनों का पानी पीने से ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए कलेक्टर श्रीमति प्रीति मैथिल की पहल पर दुर्गम, पहुच विहीन एवं विशेष रूप से संक्रमित घुघरी विकास खण्ड के चुरिया ग्राम के केन्दोटोला के 35 परिवारों को वाटर फिल्टर प्रदान किये गये।
ग्रामवासियों को समझाईस दी गई कि पीने के पानी हेतु वाटर फिल्टर का ही उपयोग करें ताकि उल्टी दस्त जैसी संक्रामित बीमारियों से बचा जा सकें। शुद्ध पेयजल प्रदान करने की इस वैकल्पिक व्यवस्था के साथ-साथ ग्रामीण जनों को हिदायत दी गई हैं कि वे पीने के पानी में क्लोरीन की गोली अवश्य डालें तथा पानी खूब उबाल कर ही पीये।
उल्टी दस्त से ग्रसित ग्रामों में संक्रामक बीमारियों एवं उनसे बचाव की जानकारी के लिए स्थानीय बोली में पर्चे वितरित किये गये हैं तथा समय पर समुचित उपचार के लिए जिला प्रशासन ने 12 चिकित्सकों के दल के साथ-साथ, चार विशेष चिकित्सकों का दल भी गठित किया हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कार्यकर्ता, आशा, ऑगनवाडी कार्यकर्ता और ए.एन.एम संक्रमित ग्रामों में मुस्तैदी से तैनात हैं। तात्कालिक उपचार के लिए आशा व ऑगनवाडी कार्यकर्ता को जिंक की गोली तथा ओ.आर.एस. के पैकेट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दिये गये हैं, इसके बाद भी पीडित व्यक्ति आराम महसूस न करें तो उसे तत्काल शासकीय चिकित्सालयों में भर्ती कराया जाये।
संक्रामक बीमारियों के संबंध में जानकारी के आदान-प्रदान के लिए जिला चिकित्सालय में विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया हैं।
आवश्यकता पडने पर विशेष इलाज के लिए दूरभाष क्रमांक 07642-250401 , 07642-250400 एवं मो. 8989763187 पर संपर्क किया जा सकता हैं।
रिपोर्ट- @सैयद जावेद अली