मध्यप्रदेश की दो विधानसभा सीटों और ओडिशा की एक सीट के लिए मतदान जारी है। मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होना है। लेकिन करीब पांच महीने पहले हो रहे इस उपचुनाव को कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी के लिए सेमीफाइनल माना जा रहा है।
मध्यप्रदेश की कोलारस विधानसभा सीट पर सुबह दस बजे तक 16 फीसदी और मुंगावली में 17 फीसदी वोटिंग हुई है। इस चुनाव को सुचारू रूप से पूरा कराने के लिए तीन हजार अधिकारियों-कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
कोलारस में एक मतदान केंद्र पर ईवीएम खराब होने से मतदान प्रभावित होने की खबर आई है। दोनों ही सीटों के 30-30 केंद्रों पर चल रही वोटिंग पर चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय सीधे नजर रख रहा है।
इसके लिए बड़े पैमाने पर वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। सुरक्षा के मद्देनजर 24 सशस्त्र बल की कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि 151 माइक्रो ऑब्जर्वर भी लगाए गए हैं।
मध्यप्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने मीडिया को बताया कि दोनों चुनाव क्षेत्रों के संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। 575 मतदान केंद्रों में से 333 को संवेदनीशल श्रेणी में रखा गया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ने झोंकी पूरी ताकत
इस चुनाव में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ने बीजेपी को पटखनी देने के लिए जी तोड़ मेहनत की है। कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ये संदेश दिया जा सके कि बीजेपी सरकार से जनता खुश नहीं है। वहीं इस चुनाव को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी काफी मेहनत की है।
मुंगावली के विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और कोलारस की सीट राम सिंह यादव के निधन से खाली हुई है। दोनों ही कांग्रेस से विधायक थे। यह दोनों ही क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माने जाते हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकसभा सीट का हिस्सा है।
ओडिशा के बीजेपुर में उपचुनाव कांग्रेस एमएलए सुबल साहू के निधन के बाद कराया जा रहा है, इस सीट पर उनकी पत्नी रीता साहू बीजू जनता दल से प्रत्याशी हैं। बीजेपुर में हो रहे चुनाव में बीजेपी के अशोक पाणिग्रही, बीजेडी की रीता साहू और कांग्रेस के प्रणय साहू के बीच सीधी टक्कर है।