उन्होंने कहा कि जब मध्यप्रदेश में सरकार आई तो राहुल जी ने दो चेहरे सामने किये थे- कमल नाथ जी और ज्योतिरादित्य जी। सरकार बनने के बाद कमल नाथ जी को मुख्यमंत्री बनाया उसके बाद उनका व्यवहार कैसा रहा। उन्होंने कभी हमें नहीं सुना।
ज्योतिरादित्य सिंधिया सर्मथक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मंत्री होने के बावजूद हम शांति से काम नहीं कर पा रहे हैं। डॉन बॉस्को चर्च से बाहर निकलते हुए उन्होंने कहा कि हम सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को टारगेट किया जा सकता है तो हमें भी टारगेट किया जा सकता है। गोविंद सिंह राजपूत ने केंद्र से सुरक्षा की भी मांग की है।
वहीं, बागी विधायकों ने कहा कि हम बीजेपी (BJP) में शामिल नहीं हुए है, हमारा अलग दल है और बीजेपी में शामिल होने पर हम बाद में तय करेंगे। सिंधिया के सर्मथक विधायकों ने बेंगलुरू में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बात कही।
गोविंद सिंह राजपूत ने दावा किया कि जो विधायक जयपुर में हैं वे भी नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि हम भी कोरोना वायरस को लेकर बहुत चिंतित हैं।
वहीं, सिंधिया समर्थक कांग्रेस की बागी विधायक तुलसी सिलावट ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में बनी थी।
बागी विधायकों ने कहा कि हम लोग स्वेच्छा से आये है, हमे बंधक नहीं बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जब मध्यप्रदेश में सरकार आई तो राहुल जी ने दो चेहरे सामने किये थे- कमल नाथ जी और ज्योतिरादित्य जी। सरकार बनने के बाद कमल नाथ जी को मुख्यमंत्री बनाया उसके बाद उनका व्यवहार कैसा रहा। उन्होंने कभी हमें नहीं सुना।
विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा मेरे विधानसभा इलाके में एक भी काम नहीं हुआ है। हम लोग तो कल जाने को तैयार हैं लेकिन अगर सिंधिया जी पर हमला हो सकता है तो हम भी सुरक्षित नहीं है। हमें केन्द्र सुरक्षा प्रदान कराए। हमारी इच्छा थी कि जो हमारे मन में है हम वो बताए। हम तो फ्री घूम रहे हैं।