जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई में कांग्रेस, मध्यप्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुआ। कांग्रेस विधायकों की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील दुष्यंत दवे ने कहा, ‘आज हम एक अजीब स्थिति में हैं। मध्यप्रदेश की जनता ने कांग्रेस पर विश्वास किया था। उस दिन एक प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी ने विश्वास प्रस्ताव जीता था।’नई दिल्लीः मध्यप्रदेश में जारी सियासी संकट पर उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई शुरू कर दी है। कांग्रेस विधायकों की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील दुष्यंत दवे ने कहा, ‘आज हम एक अजीब स्थिति में हैं। मध्यप्रदेश की जनता ने कांग्रेस पर विश्वास किया था। उस दिन एक प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी ने विश्वास प्रस्ताव जीता था।’ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष दवे ने कहा, पिछले 18 महीनों से एक स्थिर सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने न्यायालय को बताया कि भाजपा ने बल का इस्तेमाल किया है और वह संभवतः लोकतांत्रिक सिद्धांतों को नष्ट कर सकती है।
Advocate Dushyant Dave further submitted to Supreme Court bench, headed by Justice Dr DY Chandrachud that a very stable govt was functioning for 18 months. He also told the Court that the BJP has used force and might invariably destroy democratic principles. https://t.co/zP35CAMM2k
— ANI (@ANI) March 18, 2020
इससे पहले मंगलवार को अदालत ने विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया था। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई में कांग्रेस, मध्यप्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुआ।
इस पर शिवराज सिंह चौहान के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा, ‘यह लोकतंत्र का उपहास उड़ाने का जीता-जागता उदाहरण है। जानकारी के बावजूद दूसरा पक्ष उपस्थित नहीं है।’ इस पर पीठ ने कहा, हमें पहले नोटिस देना होगा। इस पर रोहतगी ने कहा, ‘दूसरा पक्ष देरी ही चाहता है।’