पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पर्ची डालकर विभागों का बंटवारा कर देना चाहिए। यह सबसे आसान तरीका होगा।
मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का जैसे-तैसे विस्तार तो हो गया। अब विभागों के बंटवारे को लेकर मारामारी मची हुई है।
100 दिन बाद मंत्रिमंडल विस्तार हुआ और शपथ लेने के 6 दिन बाद भी मंत्री खाली हाथ बैठे हैं। विभाग मिले तो कामकाज आगे बढ़े। लेकिन मंत्रियों को भी इस बात में दिलचस्पी ज़्यादा है कि उनके हिस्से में कौन सा विभाग आता है।
बीजेपी में मची इस मारामारी पर कांग्रेस मज़े ले रही है। उसने तो सुझाव भी दे दिया है कि सरकार आटा-बाटा कर ले। या पर्ची डालकर चुन ले।
शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद अब विभागों के बंटवारे को लेकर भारी मारामारी या कहें माथापच्ची जारी है। सरकार और संगठन मुश्किल में दिखाई दे रहे हैं।
जैसे-तैसे 100 दिन बाद विस्तार हुआ लेकिन अब विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा है। मंत्री 6 दिन से खाली बैठे हैं। कांग्रेस को बीजेपी पर तंज कसने का मौका मिल गया है।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पर्ची डालकर विभागों का बंटवारा कर देना चाहिए। यह सबसे आसान तरीका होगा।
शर्मा ने कहा- विभागों का बंटवारा करना मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र का मामला है, लेकिन वो पार्टी नेताओं की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं। पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि विभागों के बंटवारे के लिए बीजेपी सौदे बाजी कर रही है।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सरकार में कोई मुश्किल नहीं है। जल्द ही विभागों का बंटवारा हो जाएगा। बीजेपी कोई परिवार नहीं है यह एक समूह वाली पार्टी है और यहां पर फैसले सब की सलाह और मशवरा से होते हैं।विभागों का बंटवारा भी जल्द कर लिया जाएगा।
विभागों के बंटवारे को लेकर बने असमंजस के बीच शिवराज मंत्रिमंडल की बैठक 9 जुलाई को बुलाई गई है। सुबह 10:30 बजे होने वाली कैबिनेट की बैठक में बजट के साथ रेवेन्यू से जुड़े कुछ विधायकों पर चर्चा की जाएगी।
आगामी विधानसभा सत्र में पेश होने वाले विधायकों को बैठक में मंजूरी दी जाएगी। उससे पहले मंत्रियों को विभागों का बंटवारा हो जाएगा।
विभागों के बंटवारे में देरी पर नये मंत्रियों में बेचैनी है। विभाग बंटवारे का इंतजार कर रहे मंत्री और उनके समर्थक इस बात के इंतजार में हैं कि उन्हें किस विभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी।
राज्य मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार का भी इंतजार है। बहरहाल अब यह तय माना जा रहा है कि आज शाम तक मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो जाएगा।