सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि भोपाल की जनता धर्म और अधर्म में भेद कर लेती है। लोकसभा का चुनाव किसी राजनीतिक मुद्दे पर नहीं, बल्कि धर्म और अधर्म के बीच में था। भोपाल की जनता ने उन्हें बता भी दिया। धर्म की जय हो और अधर्म का नाश किया।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के छोला दशहरा मैदान में आयोजित विजयदशमी के कार्यक्रम में बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी पहुंचीं।
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने फैमिली प्लानिंग पर जनता को नसीहत भी दे डाली।
उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के कारण हिंदू घट गए। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि कभी किसी नारी को आइटम कह दिया जाता है। उनकी बुद्धि पर तरस आती है। यदि भारतवासी हो तो नारी का सम्मान करना सीखो, नहीं तो रावण के पुतलों की तरह हश्र होगा।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मैं कहती हूं समझ जाओ। अपने शब्द वापस नहीं लिये तो तुम्हारा बुरा हश्र होने वाला है। जिन्होंने आइटम कहा वो क्या अपनी पत्नी, बेटी, बहन को भी ऐसे ही शब्द बोलते हैं। उनकी ऐसी संस्कृति है।
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि भोपाल की जनता धर्म और अधर्म में भेद कर लेती है। लोकसभा का चुनाव किसी राजनीतिक मुद्दे पर नहीं, बल्कि धर्म और अधर्म के बीच में था। भोपाल की जनता ने उन्हें बता भी दिया। धर्म की जय हो और अधर्म का नाश किया। भगवा को आतंक कहने वाले लोगों का यहां से सफाया हो गया। यहां पर धर्म प्रेमी बंधु ही रह सकते हैं। धर्म पर चलने वाला व्यक्ति यहां राज कर सकता है।
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आते ही 500 वर्षों का कलंक मिटा दिया। उन्होंने भव्य राम मंदिर की शिला रखी। गृह मंत्री अमित शाह बने और धारा 370 हट गई। इसके साथ ही देश से पीड़ा हट गई। महबूबा बोलती हैं हम तिरंगा नहीं उठाएंगे, लेकिन हम कहते हैं कि देश भक्त आ गए हैं। अब उन्हें देश में रहना होगा तो वंदेमातरम कहना होगा।
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा कि हिंदू सनातनी को अपने बच्चों की रक्षा करनी चाहिए। ईश्वर ने मुंह दिया है तो निवाल भी देगा। सचेत नहीं हुए तो जो हम धन उपार्जन कर रहे हैं, इनका उपयोग करने के लिए हमारे बच्चों के पास कुछ नहीं रहेगा। इतिहास कहता है और इतिहास से सीखिए कि हमें सचेत होना चाहिए। पीछे नहीं होना चाहिए। इसलिए हम कहते हैं कि अपने बच्चों को राष्ट्र की भावना सिखाइए। अपने देश के लिए समर्पित होना सिखाइए।