खंडवा- आज मप्र की हाई स्कूल परीक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ ! जिसमें खंडवा जिले की दो लड़कियों ने मेरिट में जगह बनाई। दोनों ही सामान्य परिवार से है। हरसूद की रहने वाली स्वाति शर्मा ने मेरिट में चौथा और खंडवा की अंतिम राठौर ने सातवां स्थान प्राप्त किया ।
सामान्य परिवार से संबंध रखने वाली स्वाति के पिता हरसूद में चाट पकोड़ी का धंधा करते है तो अंतिम के पिता एक निजी बस में कंडेक्टरी करते है। रिजल्ट आते ही दोनों के घर और स्कूल में बधाई देने वालों का ताँता लग गया। स्वाति हरसूद की एक निजी स्कूल में पढ़ती है तो अंतिम सरस्वती स्कूल की छात्रा है।
इस बार मेरिट की सूची में शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के विद्याथियों ने बाजी मारी। हरसूद की स्वाति शर्मा ने 600 में से 586 अंक लेकर चौथा स्थान हासिल किया । वह रोज 8 घंटे पढाई करती थी। स्वाति जज बनाना चाहती है । उसके पिता चाट पकोडि बेचते है । उनके परिवार में चार लड़कियां ही है इसलिए वह स्वाति को लड़का ही समझते है।
इधर खंडवा की अंतिम राठौर ने मेरिट में सातवां स्थान प्राप्त किया। उसके पिता गांव के रहने वाले है और बच्चों की पढाई की वजह खंडवा में आ गए वह एक निजी बस में कंडेक्ट्रि करते है। अंतिम ने अपनी सफलता इसलिए माता पिता और स्कूल स्टाफ को श्रेय दिया । बड़ा होकर वह पुलिस अधिकारी बनाना चाहती है।
शाजापुर जिले के 6 विद्यार्थियों ने मेरिट लिस्ट में स्थान पाया है। मेरिट की सूची में शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के विद्याथियों ने बाजी मारी। परीक्षा परिणाम स्कूली शिक्षा मंत्री पारस जैन और राज्य मंत्री दीपक जोशी की उपस्थिति में घोषित किए गए। परीक्षा परिणाम मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in, पर भी देखा जा सकता है।
प्रावीण्य सूची में पहले पांच क्रम पर रहे विद्यार्थी
प्रथम स्थान – मुकेश चंदेल, शाजापुर एवं दिव्या यादव-पाटन जबलपुर
द्वितीय स्थान– रामप्रकाश गुप्ता, शहडोल एवं जितेंद्र परमार, शाजापुर
तीसरा स्थान – अनुपम मिश्रा-पवई पन्ना
चौथा स्थान – धीरेंद्र कुमार सोनी-सुंदरा पन्ना, प्रत्युष मिश्रा-उमरिया, स्वाति शर्मा-हरसूद खंडवा
पांचवां स्थान – अजीत सिंह-रीवा, ईश्वर-गुलाना शाजापुर, अमन कारपेंटर – छापीहेड़ा राजगढ़, विवेक कुमार – देवरी रायसेन, सीमा बाई-मगरधा नरसिंहपुर
पिछले साल की तुलना में अच्छा आया परिणाम
पिछले साल दसवीं का परीक्षा परिणाम 49.79 प्रतिशत रहा था, लेकिन इस बार यह करीब 4फीसदी अच्छा रहा। 2015 में 10वीं परीक्षा में 8,30,742 नियमित परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें से 1,90,152 प्रथम, 1,51,154 द्वितीय और 41,970 तृतीय श्रेणी में पास हुए थे।
बोर्ड ने गुरुवार को 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम जारी किए हैं। इस परीक्षा में 69.33 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे। इसमें पिछले वर्ष की अपेक्षा 3.39 फीसदी की बढोत्तरी हुई है। 6 संकाय की प्रावीण्य सूची में छोटे शहरों के विद्यार्थियों का दबदबा रहा है।