प्रदेश की टॉप लिस्ट में मंडला के छात्रों का जलवा
समयक जैन ने 97. 6 प्रतिशत अंक के साथ हासिल किया पहला स्थान
97.4 प्रतिशत अंक के साथ आशुतोष के किया दूसरा स्थान हासिल, टॉपर्स को कलेक्टर ने दी बधाई
मंडला – माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश के बारहवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए है। प्रदेश की मेरिट सूचि में मंडला के छात्रों का जलवा रहा है। गणित संकाय के समयक जैन ने प्रदेश जहाँ प्रथम स्थान हासिल किया तो वहीं आशुतोष सिंगौर ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया है। यह दोनों ही छात्र सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र है और आपस में दोस्त भी है। प्रदेश में पहला और दूसरा स्थान हासिल करने वाले छात्रों को कलेक्टर प्रीती मैथिल ने अपने चैम्बर में बुलाकर उन्हें बधाई दी।
एक छोटे से कपडा व्यवसाई संतोष जैन के बेटे समयक जैन ने 97. 6 प्रतिशत अंक हासिल कर पूरे प्रदेश में टॉप कर अपने परिवार, स्कूल और जिले का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया है। समयक ने गणित में 100 में से 100, हिंदी में 97 और इंग्लिश में 95 अंक के साथ 488 अंक हासिल किये। समयक की इस उपलब्धि के बाद उसके घर में जश्न का माहौल है। उनके घर बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है। समयक के टीचर्स भी उसे बधाई देते हुए गौरव का अनुभव कर रहे है।
समयक अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार और गुरुजनों को देता है। इस उपलब्धि पर उसे सुखद आश्चर्य हो रहा है। उसका कहना है कि इस वक़्त वो अपने जज्बात को बयां करने की स्थिति में नहीं है। परीक्षा के बाद मुझे लग रहा था कि मैं और अच्छे से पेपर कर सकता था। परीक्षा के वक़्त वो करीब 7 घंटे प्रति दिन पढता था वो भी तब जब उसका मन लगता था। ये आगे चलकर मेकेनिकल इंजीनियर बनना चाहता है।
समयक को भले ही अपनी इस उपलब्धि पर सुखद आश्चर्य हो रहा हो लेकिन उसकी माँ को पूरी उम्मीद थी की उसका बेटा प्रदेश में टॉप करेगा। उनका कहना है उन्हें अपने बेटे की मेहनत पर पूरा भरोषा था। कल रात को उन्होंने अपने बेटे से कहा था कि वि चिंता न करें, वो ही प्रदेश में अव्वल आएगा। भले ही वो एक बहुत सामान्य परिवार से है लेकिन माँ उसकी आगे की पढ़ाई और उसकी इच्छा पूरी करने के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है।
समयक का सपाठी और उसका दोस्त आशुतोष सिंगौर की ख़ुशी का भी ठिकाना नहीं है। प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल करने की उसे ख़ुशी तो है लेकिन इस बात का मलाल भी है कि वो अपने दोस्त से महज 1 नंबर से पिछड़ गया, नहीं तो वो भी प्रदेश में प्रथम स्थान पर होता। आशुतोष ने 97.4 प्रतिशत अंक हासिल प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
आशुतोष ने गणित में 98, हिंदी में 99 और इंग्लिश में 92 अंक के साथ 487 अंक हासिल किये। आशुतोष के पिता देवेन्द्र सिंगौर मंडला कलेक्टोरेट में राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ है। आशुतोष ने बताया कि दसवीं में भी वह मेरिट में आया था। उस वक़्त उसने प्रदेश चौथा स्थान हासिल किया था उसकी इस उपलब्धि की वजह से उसके परिजन और गुरुजनों को उससे काफी उम्मीदें थी। उसकी रोज़ की पढ़ाई का वक़्त तो तय नहीं था लेकिन वो एक टारगेट बना कर पढ़ाई करता था। जब तक टारगेट पूरा नहीं हो जाता तब तक वह पढता रहता था। आशुतोष की तमन्ना आईईएस बनने की है।
रिपोर्ट @ सैयद जावेद अली