भोपाल- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा (87) आखिरकार गुरुवार को 74 बंगला स्थित बंगला खाली करने पहुंचे। वोरा लंबे अर्से से दिल्ली में रह रहे हैं। हालांकि उन्हें मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते भोपाल में एक बंगला आवंटित किया गया था। अब सरकार ने उनका बंगला नवनियुक्त मंत्री ललिता यादव को आवंटित कर दिया है। लिहाजा वोरा को यह बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था। वोरा ने कहा-‘मप्र और भोपाल से मेरा लगाव है। 40 साल से रह रहा हूं बंगले में। छग और दिल्ली में मेरा कोई बंगला नहीं है। मुझे सरकार से कोई शिकवा-शिकायत नहीं।’
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा लंबे अरसे बाद राजधानी भोपाल पहुंचे। लेकिन, उनका यह दौरा इस शहर से हमेशा के लिए अलविदा कहने के लिए था। जिस शहर में रहकर उन्होंने अविभाजित मध्य प्रदेश पर राज किया था, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री हैसियत के नाते आवंटित बंगले को उन्होंने गुरुवार को खाली कर दिया।
मोतीलाल वोरा को राजधानी के पॉश और हाई प्रोफाइल 74 बंगले में बी-29 का बंगला आवंटित किया गया था। राज्य सरकार ने पिछले दिनों उनसे यह बंगला खाली कराने का फैसला लिया था। गृह विभाग ने उन्हें एक पत्र भेजकर 30 सितंबर तक बंगले को खाली करने का अल्टीमेटम दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ से विधायक और बेटे अरुण वोरा भी बंगले को खाली करने के लिए भोपाल पहुंचें।
अरुण वोरा ने कहा कि इस बंगले से कई पुरानी यादें जुड़ी हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि, बंगला खाली किए जाने का कोई मलाल नहीं है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सरकार से पूछो, बंगला क्यों खाली कराया जा रहा है। ‘ वोरा परिवार का सारा सामान भोपाल से दुर्ग रवाना किया गया।
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नए मंत्रियों के लिए बंगलें की कमी हुई तो राज्य सरकार ने वोरा को आवंटित बंगला खाली कराने का फैसला लिया।
राज्य सरकार की तरफ से यह बंगला राज्यमंत्री ललिता यादव को आवंटित किया गया है। बंगला नहीं मिल पाने से राज्यमंत्री ललिता यादव को गैराज में कार्यालय चलाना पड़ रहा है। वहीं, मंत्री फिलहाल नए पारिवारिक खंड में रह रहीं हैं।
मप्र के दो बार सीएम रहे वोरा
वोरा मप्र के दो बार सीएम रहे। पहली बार उन्हें 1985 में यह मौका मिला था। इसके बाद 1988 में उन्हें सीएम बनाया गया था। दोनों ही बार इसके पहले अर्जुन सिंह मप्र के सीएम थे।
गैराज में मंत्री का कार्यालय
हाल में हुए कैबिनेट विस्तार के बाद ललिता यादव को मंत्री बनाया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सहमति पर गृह विभाग ने वोरा को चिट्ठी भेजी थी। उधर, बंगले के अभाव में ललिता यादव गैराज मे अपना कार्यालय चला रही हैं।