लखनऊ- रविवार का दिन समाजवादी पार्टी के लिए भारी उठापटक और हंगामे से भरा रहा। एक के बाद एक बड़े फैसले लिए गए। बर्खास्तगी और निष्कासन का दौर चला। अब सोमवार का दिन भी हंगामेदार रहने के पूरे आसार। रविवार के दिन चुप्पी साधे रहे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को बड़ी बैठक बुलाई है। मुलायम सिंह की महामीटिंग के लिए पार्टी के लिए अखिलेश यादव और मुलायम सिंह पहुंच चुके हैं। सभी प्रत्याशी, पूर्व सांसद और पूर्व विधायकों को मीटिंग में बुलाया गया। सीएम के साथ उनके समर्थक भी मीटिंग में शामिल होंगे।
मीटिंग के पहले सपा कार्यालय के बाहर जुटे समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। अखिलेश और शिवपाल के समर्थक दो गुटों में बंट गए। वहीं समर्थकों के बीच नारेबाजी से तनाव की स्थिति पैदा हो गई। खबरों के मुताबिक मारपीट भी हुई। शिवपाल के समर्थकों ने अखिलेश के समर्थकों पर मारपीट और गुंडागर्दी का आरोप लगाया।
पुलिस ने हंगामा कर रहे समर्थकों को खदेड़ा और बेरीकेडिंग कर रास्ता बंद किया। सपा मुख्यालय जाने का मेन रास्ता बंद कर दिया गया है। बैठक के लिए पार्टी के सभी विधायक और एमएलसी बुलाए गए।
इस पूरे घटनाक्रम पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि जो भी हो रहा है, पार्टी को उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। रामगोपाल को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वो बीजेपी से नहीं मिल सकते। नेताजी और मुख्यमंत्री को बैठकर इस पर समाधान निकालना चाहिए। कुछ बाहरी लोग पार्टी और परिवार में आग लगाने का काम कर रहे हैं। हर कोई जानता है कि ये कौन कर रहा है. हम पार्टी और परिवार को एक साथ करने की कोशिश करेंगे।