मुंबई [ TNN ] खार पश्चिम स्टेशन से कुछ ही दुरी पर मधु पार्क के पास हनुमान जी का मंदिर है। इसके अपने आप में विख्यात होने का कारण ये है। की भक्तों की मन्नत पूरी होने के बाद यहाँ घंटियां बाँधी जाती है। यह एक बहुत बड़ी आस्था का केंद्र बन चूका है। दिन ब दिन यहाँ भक्तो की संख्या बढ़ते ही जा रही है। यहाँ सभी धर्म के लोग आतें हैं।
ऐसा कहा जाता है। की ये एक चमत्कारी मंदिर है। 70 वर्ष पुराने इस मंदिर की विशेषता यह है। की जो भी हनुमान जी का भक्त दुःख तकलीफ या संकट में होता है। वो यहाँ आकर अपना दुःख की बात हनुमान जी को अपने दिल से उनकी स्तुति कर बताता है। उनके दुःख दर्द जल्द ही दूर हो जाते हैं। फिर हनुमान जी के इस मंदिर में आकर अपने श्रद्धा अनुसार पीतल की घंटी यहाँ के वृक्ष में बाँध देता है। और जो भक्त गण कुछ मन्नत के लिय हनुमान जी की प्रार्थना करतें हैं। हनुमान जी उनकी मन्नतें पूरी करें वो भक्त गण मन्नत पूरी होने के बाद अपने श्रद्धा अनुसार पीतल की घंटी यहाँ के वृक्षों में बाँध देता हैं। हनुमान जी के यहाँ उनके चरणों को स्पर्श करने के बाद ही वृक्षों में बाँधी जाती हैं।
घंटियां, इसीलिए हनुमान जी के इस मंदिर को घंटेश्वर मंदिर कहा जाता है। यहाँ हर मंगल वार और शनि वार को हनुमान जी के दर्शन एवं उनकी पूजा अर्चना करने के लिए भक्तों की लम्बी कतार लगी रहती है। किसी भी वर्ग गरीब अमीर कोई भी भक्त चाहे वो फ़िल्मी सितारा ही क्यों न हो वो भी कतार में खड़ा हो कर हनुमान जी के दर्शन करता है। और फिर शनि देव के यहाँ दर्शन करता है। फिर सरसों का तेल हनुमान जी को और शनि देव को चढ़ाता है। तेल चढ़ाना अति अनिवार्य होता है। 20 लोग हैं जो इस मंदिर की सेवा में लगे रहतें हैं। इस मंदिर में लगे वृक्षों में छोटी से लेकर बड़ी से बड़ी घंटियां बाँधी गयी हैं। बहुत दूर दूर से भक्त यहाँ हनुमान जी के दर्शन के लिए आतें हैं। इसी लिए ये घंटेश्वर मंदिर अपने आप में विख्यात बनता जा रहा है। और साथ ही आस्था का बड़ा केंद्र भी बनते जा रहा है।
मुंबई से अजय शर्मा