नासिक- कश्मीर में पाकिस्तान की नापाक साज़िश के ख़िलाफ़ और भारतीय सेना का मनोबल मज़बूत करने और जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के लिए मुंबई में रैली निकाली गयी। रैली में देशभक्ति के नारों के साथ लोगों ने कश्मीर में भारतीय सेना के प्रयासों के सराहना की।
रैली में लोगों ने सेना की छवि को ख़राब करने के लिए राजनीति करने वालों पर निशाना साधा। यही नहीं मोर्चे में भाग लेने वालों ने कश्मीर में उन्माद फैलाने वालों को चेतावनी भी दे डाली और संदेश दिया कि जो भी बुरहान वाणी जैसी हरकतें करेगा उसका भी वही हाल होगा।
सड़क पर उतरे कांदिवली के रहिवासियों ये लोग कश्मीर में दंगा करा रहे अलगाववादियों के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। इनका आरोप है कि जिन कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के एक इशारे पर लोग सड़कों पर उतर आते हैं। शहर बंद कर देते हैं, पत्थर बरसाते हैं, उनके बच्चे और नाते-रिश्तेदार कश्मीर में नहीं रहते। विदेशों में रहते हैं तमाम सुख-सुविधाओं के साथ। कुछ के परिवार और बच्चे मलेशिया, कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में हैं। कइयों के बच्चे दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में रहकर या तो पढ़ाई कर रहे हैं या फिर ऊंची नौकरी।
बताया जाता है कि जैसे ही अलगाववादी नेताओं के बच्चे थोड़े बड़े हो जाते हैं, उन्हें कश्मीर से बाहर भेज दिया जाता है। ऐसा कश्मीर के लगभग हर अलगाववादी नेता ने किया है। फिर चाहे वह तहरीक-ए-हुर्रियत के नेता सैय्यद अली शाह गिलानी हों, हिजबुल सरगना सैय्यद सलाउद्दीन हो या फिर दुखतरान-ए-मिल्लत की आसिया अंद्राबी हो।
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रिपोर्ट- @संदीप द्विवेदी