भोपाल – राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा संथारा पर रोक लगाए जाने के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैन समाज के समर्थन में आ गया है। बोर्ड के जनरल सेकेट्री मौलाना वली रहमानी ने कहा है कि किसी भी धर्म को मानने वालों की परंपराओं से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कि संविधान में अल्पसंख्यकों को जो अधिकार दिए गए हैं, उनका पालन कराना सरकार की जिम्मेदारी है। संविधान यह भी कहता है कि सरकार का कोई धर्म नहीं होगा, इसके बाद सरकार द्वारा तटस्थ रवैया नहीं अपनाया जाता। इन सब बातों को लेकर बोर्ड सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि इसके पहले भी बोर्ड से सरकार के कई फैसलों को पुरजोर विरोध किया था।
मौलाना रहमानी और बोर्ड के सदस्य मौलाना सहजाद नोमानी ने पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। वे आरिफ मसूद फैंस क्लब द्वारा रविवार को इकबाल मैदान में आयोजित कार्यक्रम ‘आजादी के संघर्ष में उलेमाओं का योगदान” पर आयोजित जलसे में शामिल होने आए थे।
संथारा मामले को लेकर सभी जैन मंदिर समितियों के अध्यक्ष, कार्यकारिणी व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों की हबीबगंज मंदिर में बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि 24 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे इकबाल मैदान में विशाल धर्मसभा होगी। जिसमें सभी संत अपनी बात रखेंगे। इसके बाद मौन जुलूस निकालकर राज्यपाल को ज्ञापन सौपा जाएगा।