कांग्रेस ने मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए नमो की नई परिभाषा दी। उन्होंने बताया कि NAMO की मतलब ‘No Agriculture Mal-governance Only’ है।
बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत में वर्तमान राजनीति असहिष्णुता में भरोसा करती है जो कि देश के लोकतंत्र के अनुरुप नहीं है। विपक्षी नेताओं पर सीबीआई के छापों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “सीबीआई विपक्षी पार्टियों के सदस्यों के छापा मार रही है। व्यापम घोटाले की जांच के दौरान कहां सो रही थी?
इस हफ्ते की शुरुआत में आयकर विभाग ने कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार से जुड़े 64 स्थानों और संपत्तियों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। यही नहीं कथित कर चोरी के मामले में बेंगलुरु स्थित उस रिजॉर्ट में भी छापेमारी की गई थी जहां गुजरात के 44 कांग्रेस विधायकों को ठहराया गया था।
कांग्रेस विधायकों को डीके शिवकुमार के रिजॉर्ट में ही रखा गया था और उनकी जिम्मेदारी भी कुमार पर ही थी। इसी तरह के छापे दिल्ली, तमिलनाडू और बिहार में विपक्षी नेताओं के खिलाफ पड़े थे। हाल ही में आरजेडी सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के आवास पर भी केंद्रीय एजेंसियों की ओर से छापेमारी की गई थी। जिस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
क्या है मामला?
इनकम टैक्स की छापेमारी का शिकार हुए कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार पर कर चोरी का आरोप है। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक आयकर विभाग को डीके के घर और अन्य परिसरों से करीब 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का पता लगा है। इनमें 100 करोड़ रुपए सिर्फ शिवकुमार और उनके परिवार के नाम है।
इनमें 15 करोड़ के गहने और नगदी शामिल हैं। हालांकि इस बारे में अभी तक कुछ साफ नहीं हो सका है। कांग्रेस का आरोप है कि ये छापे राजनीतिक बदले की कार्रवाई है और केन्द्र सरकार सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल गुजरात के विधायकों पर दबाव बनाने के लिए कर रही है। शिवकुमार और उनके सहयोगियों के घर और ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी शुरू की गई थी।