जबलपुर : नर्मदा जयंती के अवसर पर आज शहर के ग्वारीघाट सहित सभी प्रमुख घाटों पर आस्था और श्रद्धा का सैलाब उमड़ रहा है। शहर में 55 प्रतिमाएं मां नर्मदा की स्थापित हैं। श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए घाटों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। नर्मदा के सभी घाटाें पर बोटिंग और भंडारों पर रोक लगाई गई है। सुरक्षा के लिए घाटों पर होमगार्ड के साथ SDRF(स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) तैनात हैं। जानकारी के अनुसार पुलिस और प्रशासन ने मां नर्मदा की मूर्तियों का विसर्जन कुंड में ही कराने को लेकर पहले ही समितियों के साथ बैठक कर ली है। घाटों पर डीजे का उपयोग प्रतिबंधित किया गया था। सिर्फ दो साउंड बाक्स की ही अनुमति मिली थी।
भंडारे का आयोजन ऐसे स्थान पर करने की अनुमति दी गई है, जिससे आवागमन बाधित न हो। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए भंडारे का प्रसाद पैकेट में देने का निर्देश दिया गया है। दो पहिया, चार पहिया वाहनों की पार्किंग आयुर्वेदिक संस्थान स्थित दशहरा मैदान और गीताधाम के सामने मैदान में कराई जा रही है।
56 जवानों की लगाई गई ड्यूटी
कलेक्टर के निर्देश पर घाटों पर सुरक्षा के लिए होमगार्ड और एसडीआरएफ के 56 जवानों की दो दिवसीय ड्यूटी लगाई है। सभी जवान बचाव उपकरणों सहित नर्मदा के घाटों पर ड्यूटी दे रहे हैं। जिला कमांडेंट होमगार्ड नीरज सिंह ठाकुर के मुताबिक नर्मदा के अलग-अलग घाटों के लिए सात प्रभारी अधिकारी तैनात किए गए हैं। ग्वारीघाट, दरोगाघाट, उमाघाट, सिद्धघाट व खारीघाट के लिए प्रभारी अधिकारी के रूप में प्लाटून कमांडर अनिमेष राजपूत और विनय सिंह तैनात हैं।
घाट सुरक्षा के लिए तैनात किए गए अधिकारी
जिलहरीघाट के लिए पुखराज मंडावी व गंगाराम बर्मन को, भेड़ाघाट व सरस्वती घाट के लिए प्लाटून कमांडर मनीष लोहट, लम्हेटाघाट के लिए एएसआई नीतू श्रीवास्तव, पंचवटीघाट के लिए सुनीता जरगर, तिलवाराघाट के लिए प्लाटून कमांडर पुष्पेन्द्र अहिरवार व रामदीन रावत और विसर्जन कुण्ड भटौली के लिए प्लाटून कमांडर गायत्री वर्मा व अन्थोनी पॉल को प्रभारी अधिकारी के तौर पर तैनात हैं। हर अधिकारी के साथ 6 से 13 जवान इंजन युक्त बोट, चप्पू, लाइफ ब्वाय, लाइफ जैकेट, टार्च, रस्सा व एंकर जैसे साजो-सामान से लैस हैं।