ओंकारेश्वर : तीर्थनगरी में मां नर्मदा जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। एक सप्ताह तक विभिन्न धार्मिक आयोजन होंगे। नर्मदा जन्मोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। आयोजन जय मां नर्मदा युवा संगठन के तत्वावधान में होगा। संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि सात दिवसीय आयोजन की शुरुआत 12 फरवरी से होगी। मुख्य आयोजन नर्मदा जयंती पर 19 फरवरी को होगा।
सुबह नौ बजे केवलराम घाट पर बने स्थाई मंच पर होगा। यहां पंडित और पुजारियों द्वारा मंत्रोचार के साथ दोपहर 12 बजे तक धार्मिक कार्यक्रम किए जाएंगे। 251 लीटर दूध से मां नर्मदा का जलाभिषेक किया जाएगा। दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक जेपी चौक पर भंडारे का आयोजन होगा। शाम चार बजे कलशयात्रा नगर में निकलेगी। शाम सात बजे मां नर्मदा की आरती के साथ ही नर्मदा अष्टक और ओंकार पर्वत पर ओम की आकृति में दीपक प्रज्जवलित किए जाएंगे। आरती तत्पश्चात हलवे प्रसादी का वितरण होगा।
खेड़ीघाट पर हेलीकाप्टर से होगी पुष्पवर्षा : इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग पर मोरटक्का और खेड़ीघाट में भी नर्मदा जयंती पर विभिन्ना कार्यक्रम होंगे। दोपहर 12 बजे श्रीदादा दरबार खेड़ीघाट में विभिन्न आयोजन होंगे। मां नर्मदा का जन्मोत्सव नर्मदा तट पर अनेक मठ, मंदिर और आश्रमों में संत, महात्मा व संंन्यासी आस्था से मनाते हैं। बड़ी संख्या में मां नर्मदा के भक्त आश्रमों और नर्मदा तट पर पहुंचकर भंडारा कर प्रसादी स्वरूप हलवे का वितरण करेंगे।
वाहनों को किया जाएगा डायवर्ट : ओंकारेश्वर, मोरटक्का और खेड़ीघाट पर नर्मदा जयंती पर होने वाले आयोजनों की वजह से इंदौर-इच्छापुरा राजमार्ग पर वाहनों का दबाव अत्यधिक बढ़ जाता है। इससे ट्रैफिक जाम के हालात बन जाते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन द्वारा नर्मदा जयंती पर राजमार्ग से वाहनों को ट्रैफिक परिवर्तित कर दिया जाता है। इंदौर से खंडवा की ओर आने वाले वाहनों को धामनोद होते हुए खरगोन की ओर तथा खंडवा से इंदौर जाने वाले वाहनों को देशगांव से खरगोन की ओर भेज दिया जाता है। इस वर्ष आयोजन को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारियों और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोई बैठक अभी तक आयोजित नहीं की है।