नई दिल्ली : दुनिया भर की निगाहें इस वक्त अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर टिकी हैं। हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप में कड़ी टक्कर के बीच धरती से कोसों दूर अंतरिक्ष से इस चुनाव में पहला वोट डाला गया है।
नासा ने बताया है कि अंतरिक्ष में मौजूद उसके एकमात्र अंतरिक्ष यात्री शेन किंब्रो ने अमेरिका चुनाव की वोटिंग के लिए अपना वोट डाल दिया है। शेन 19 अक्तूबर को दो रूसी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ चार महीने के मिशन पर आईएसएस के लिए रवाना हुए थे।
अमेरिका में 1997 से ही टेक्सास कानून के तहत अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री वोट डालते आए हैं।
अंतरिक्ष स्टेशन से वोट डालने की इस परंपरा में शेन किंब्रो भी शामिल हो गए हैं। नासा का मिशन कंट्रोल और जॉनसन स्पेस सेंटर हॉस्टन क्षेत्र में स्थित है। ज्यादातर अंतरिक्ष यात्री भी इसी क्षेत्र में रहते हैं। आपको बता दें कि डेविड वोल्फ ने रूसी अंतरिक्ष स्टेशन मीर से सबसे पहला वोट अपना वोट डाला था। अमेरिकी चुनाव से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो इस बार क्लिंटन और ट्रंप के बीच मुकाबला काफी कड़ा है। करीब 120 मिलियन अमेरिकी नागरिक मंगलवार को चुनावों के लिए वोट डालेंगे। अमेरिका के सभी 50 राज्यों में एक साथ वोटिंग होगी।
हर राज्य में जिस उम्मीदवार को सबसे ज्यादा वोट्स मिलेंगे उसे राष्ट्रपति चुना जाएगा। इलेक्टोरल प्रक्रिया के तहत कुछ लोगों का समूह अपना विजेता चुनेगा। इस समूह में लोगों की संख्या 538 है और उम्मीदवार को जीतने के लिए 270 वोट्स का समर्थन चाहिए। हर राज्य में जनसंख्या के आधार पर इलेक्टोरल में कुछ निश्चित लोग होते हैं।