नासिक- महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों से हो रही जोरदार बारिश के चलते नासिक की गलियो घरो में भरा पानी महाराष्ट्र की जीवन धारा कही जाने वाली प्रमुख नदी गोदावरी नदी का जल स्तर बढ़ जाने के कारण नासिक पंचवटी घाट जहा देश के कोने कोने से लोग गोदावरी स्नान कर भगवान श्री राम के दर्शन करने आते हे। ये घाट के सभी मदिरो मे पानी भर गया है।
प्रशासन ने पंचवटी घाट व गोदावरी नदी के किनारे बसे हुए लोगो को जगह खाली करने को कहा है। आम जन जीवन पर भी बारिश का प्रभाव नजर आ रहा है। लोग छाते व रेन कोर्ट पहन कर स्कूल कॉलेज ऑफिस व काम पर जाते नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे और भी तेज बारिश के साथ छीटे पड़ने की सभावना हैं।
रामकुण्ड के आस पास कुछ लोग नदी के बहाव में फंस गए, लेकिन उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। नासिक में एक घर की दीवार गिरने से दो लोग घायल हो गए। वहीं गोदावरी के किनारे खड़ी तीन कारें उसके तेज बहाव में बह गई, लेकिन हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बरसात से गंगापुर डैम में 23 फीसदी पानी भर गया है। नासिक में गोदावरी के किनारे रहने वाले कई लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की नसीहत दी गई है।
अकोला और शिरडी में भी भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पूर्वी विदर्भ और सूखे से जूझ रहे मराठवाड़ा के भी कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी इन इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
वहीँ दूसरी तरफ सतारा के कोयना नदीं पर बना संगमनगर पुल पानी में डूब चुका है, जिसकी वजह से 35 गांवों का संपर्क राज्य के दूसरे हिस्सों से टूट गया है। कई जगहों पर मिट्टी और चट्टान खिसकने से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
रिपोर्ट- @संदीप द्विवेदी