नासिक- आज नासिक मे पांचवें दिन भी सुबह से ही सातपुर, सिडको, राणेनगर , इंदिरा नगर, पारिजातनगर , गंगापूररोड , कोलेजरोड मे तणाव की स्थिती बनी हुई है | घटना नासिक जिले के तालेगांव की है जहां एक दलित लड़के ने पांच साल की मराठा लड़की के साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी। वहीँ इस घटना के बाद दो समुदाय मराठा और दलित के बीच संघर्ष की स्थिती बन गई।
वहीँ दलित द्वारा गाली गलोच करते हुए नासिक पुलीस कमिशनर के सामने से मोर्चा निकाला था और पुलीस शांत रही और उन पर किसी प्रकार की कोई कारवाई नहीं की गई और सातपुर मे दलितो ने कई गाडीयो मे तोडफ़ोड की जिसके कारण नासिक में तनाव की स्थिती बनी हुई है |
जब इस बारे मे हमारे नासिक संवाददाता संदीप द्विवेदी ने नासिक कलेक्टर और पुलीस कमिशनर से उनके पर्सनल मोबाईल और ऑफीस मे संपर्क किया तो उन्होने इस घटना के बारे मे जानकारी देने की वजह टाल दिया | लॉ इन ऑर्डर नाशिक मे आउट ऑफ कंट्रोल होने की वजह से कई संगठनों ने नासिक पुलीस कमिशनर के इसतीफे की मांग करते हुए नारे बाजी की।
वहीँ इस विरोध प्रदर्शन के बाद लॉ इन ऑर्डर आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है साथ ही सोशल मीडिया और इंटरनेट पूर्णत बंद तो है ही दूसरी तरफ राज्यपरिवहन की बसो की रफ़्तार पर ब्रेक लगा हुआ है जिससे यात्रियों को खासी फजीहत उठानी पड़ रही है। इसके अलावा राजस्तरीय और क्षेत्रीय न्यूज़ चैनलों में नासिक की न्यूज़ प्रसारित करने पर प्रतिबन्ध लगा हुआ है।
कोपर्डी रेप केस ने पकड़ा था तूल
आपको बीते जुलाई में ही सूबे के अहमदनगर जिले में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी। यहां कोपर्डी गांव में एक नाबालिग की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। पीड़ित लड़की मराठा समुदाय से थी और आरोपी दलित समुदाय के लोग थे। कोपर्डी दुष्कर्म के दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन हुए। शुरू में यह विरोध ‘साइलेंट’ था लेकिन धीरे-धीरे इसने राज्यव्यापी आंदोलन का रूप धारण कर लिया। इस आंदोलन ने मराठा समाज की गोलबंदी का रूप अख्तियार कर लिया।
रिपोर्ट- @संदीप द्विवेदी