लखनऊ- कानपुर हाईवे ( एनएच-91) पर मां-बेटी गैंगरेप के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 15 लोगों को हिरासत में लिया है। गैंगरेप के मुख्य आरोपी की पहचान का भी दावा किया जा रहा है। इस मामले में हुई चूक की गाज सीओ सिटी हिमांशु गौरव पर भी गिरी है। तत्काल प्रभाव से उनका ट्रांसफर कर दिया गया है। बता दें कि पहले ही इस मामले से जुड़े दो पुलिसवालों को सस्पेंड किय गया था।
4 घंटे तक हाईवे किनारे कहर ढहाने के बाद लुटेरे भाग गए। सूचना पर पहुंचीं डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने पीड़ित परिवार से पूछताछ की। एसएसपी ने देहात कोतवाल रामसेन सिंह और नाइट ड्यूटी अफसर ललित कुमार को सस्पेंड कर दिया।
पुलिस को आशंका है कि वारदात राजस्थान की एक आपराधिक जनजाति ने की है। जिला शाहजहांपुर के एक गांव निवासी दो भाई नोएडा में परिवार सहित रहते हैं। एक भाई ड्राइवर और दूसरा एक निजी कंपनी में गार्ड है।
सुबह सूचना पर पहुंची देहात पुलिस ने अधिकारियों को जानकारी दी। डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने पीड़ित परिवार से पूछताछ की। लापरवाही सामने आने पर एसएसपी ने कोतवाली देहात के प्रभारी रामसेन सिंह और नाइट ड्यूटी अफसर ललित कुमार को सस्पेंड कर दिया है।
सीओ हिमांशु कुमार के खिलाफ डिपार्टमेंटल जांच बैठा दी गई है। डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा यह जांच गाजियाबाद के एसपी ( क्राइम ) करेंगे। लक्ष्मी सिंह के मुताबिक इस वारदात के पीछे राजस्थान के हनुमान गढ़ में रहनेवाले एक जनजाति के लोगों का हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आरोपियों का हुलिया अलीगढ़ के गवाना के कुछ गिरोहों से भी मेल खाता है। उन्होंने कहा छह टीमें बनाई गई है। एक टीम अलीगढ़ भी भेजी गई है। लक्ष्मी सिंह ने बताया कि पीड़ितों को कुछ अपराधियों की फोटो दिखाए गए। उनमें से कुछ की उन्होंने पहचान की है।
पीड़ित पक्ष की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वारदात के खुलासे के लिए तीन टीमें गठित कर दी हैं। जल्द ही आरोपियों को पकड़कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही के चलते इंस्पेक्टर रामसेन सिंह और ललित कुमार को सस्पेंड कर दिया है। – वैभव कृष्ण-एसएसपी
बता दें कि यूपी के बुलंदशहर में नेशनल हाइवे-91 पर मां बेटी के साथ गैंगरेप की घटना हुई है। नोएडा का रहने वाला परिवार परसों रात बुलंदशहर के रास्ते शाहजहांपुर जा रहा था। नेशनल हाइवे 91 पर बुलंदशहर से महज दो किलोमीटर दूर सडक पर कार रोककर अगवा किया और फिर बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। घटना शुक्रवार देर रात की है।
14 साल की बच्ची और उसकी मां के साथ दरिंदों ने गैंगरेप किया है। दो घंटे तक परिवारवालों को बंधक बनाकर रखा गया और बाद में पैसे और गहने लूट लिये। परिवार ने नोएडा पुलिस को फोन किया तब जाकर बुलंदशहर पुलिस ने पीडितों से संपर्क किया।
परिवार का दावा है गहने और कैश मिलकर डेढ़ लाख रुपये की लूट हुई है। यह सब करने के बाद डकैतों ने परिवार के सभी लोगों के हाथ पैर बांध दिए थे जिससे किसी तरह निकल कर पुलिस को सूचना दी गयी। पहली बार 100 नंबर पर फ़ोन किया लेकिन जवाब नही मिला।
बुलंदशहर गैंगरेप केस में यूपी के एडीजी क़ानून व्यवस्था दलजित सिंह चौधरी का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि ये गंभीर घटना है। दलजीत चौधरी के मुताबिक करीब 15 संदिग्ध जांच के घेरे में हैं। और मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है।
यूपी बीजेपी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रदेश की बदनामी करवा रहीं हैं। इस तरह की घटनाएं प्रमाण हैं कि प्रदेश में सरकार और प्रशासन का भय खत्म हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा, यूपी में अपराधियों के हौसले चरम पर हैं। ये पुष्टि करता है कि अपराधी मस्त हैं और सरकार पस्त है। [एजेंसी]