खंडवा पुलिस ने कहा संवेदनशील क्षेत्र होने के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत मामला दर्ज किया. शिवराज सरकार में 2007-16 के बीच गोहत्या के मामले में 22 लोगों को रासुका में गिरफ़्तार किया गया था.
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश में गोहत्या मामले को लेकर ये अबतक की पहले सबसे बड़ी कारवाई है. ये तीनों आरोपी खंडवा के निवासी हैं.
खंडवा में गोवंश की हत्या के मामले में खंडवा जिला प्रशासन ने तीन आरोपियों के खिलाफ बड़ी कारवाई करते हुए रासुका लगाई है.
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश में गोवंश मामले को लेकर ये अबतक की पहले सबसे बड़ी कारवाई है. ये तीनों आरोपी खंडवा के निवासी हैं.
बता दे कि खंडवा के खरकली गांव में नदी किनारे गोवंश काटने और उसका मांस निकालने की सूचना पुलिस को मिली थी. इसके बाद मोघट पुलिस ने दलबल के साथ मौके पर दबिश देकर आरोपियों के हथियार के साथ धर दबोचा.
गिरफ्तार आरोपियों में से दो आरोपी राजू उर्फ़ नदीम और शकील और आजम को गोवंश की हत्या के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है.
खंडवा एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा की पहल पर खंडवा कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने तीनों आरोपियों के खिलाफ रासूका की कारवाई की है. आरोप है कि इन तीनों का मुख्य व्यवसाय गोवंश की तस्करी का रहा है. लेकिन सुबूत के अभाव में प्रशासन कारवाई नही कर पा रहा था.
एसपी बहुगुणा ने बताया, ‘विस्तृत जांच के बाद राजू, शकील और आजम नाम के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. तीनों में से एक आरोपी पहले भी गोहत्या में शामिल था