बिहार में रामनवमी के बाद भड़की हिंसा अभी शांत भी नहीं हुई थी कि एक बार फिर वहां पर माहौल बिगड़ गया है। बिहार के नवादा में बजरंगबली की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर दो समुदाय के बीच काफी झड़प हुई है।
हिंसा में कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए हैं। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने अभी तक 10 राउंड की फायरिंग की है। आपको बता दें कि नवादा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का संसदीय क्षेत्र है।
बताया जा रहा है कि गुरुवार रात को नवादा बाईपास पर बजरंगबली की मूर्ति को तोड़ दिया गया था। जिसके बाद से ही हालात बेकाबू होते चले गए। गाड़ियों को तोड़ने के अलावा कई दुकानों में भी आग लगा दी गई। जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
6 जिलों में फैली है हिंसा
रामनवमी के मौके पर बिहार में फैली हिंसा की चिंगारी अब राज्य के 6 जिलों में पहुंच गई थी। कई इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। बीते चार दिनों में समस्तीपुर, मुंगेर, औरंगाबाद, नालंदा, भागलपुर और अररिया में हालात बिगड़े हैं। वहीं गैर जमानती वारंट होने के बावजूद अभी भी अरिजित चौबे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
आखिर हुआ क्या?
आपको बता दें कि रामनवमी के अवसर पर जुलूस के दौरान बिहार के समस्तीपुर में भी दो गुट भिड़ गए थे। इसी के चलते भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
वहीं औरंगाबाद में भी रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान हिंसा हुई थी। अब हालात नियंत्रण में हैं। लेकिन हालात की नजाकत को देखते हुए भारी पुलिस बल और तमाम आला अफसर अभी भी यहां डेरा डाले हुए हैं।
कैसे भड़की थी हिंसा?
दरअसल, बीते सोमवार दोपहर बिहार के औरंगाबाद शहर के जामा मस्जिद इलाके से रामनवमी का जुलूस निकल रहा था। जुलूस में शामिल लोग डीजे पर नाच रहे थे। हाथों में लाठी और डंडे लहरा रहे थे। फिर कथित तौर पर इस जुलूस पर पथराव हुआ और फिर हिंसा भड़क गई।
तीन दर्जन से ज्यादा दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। सड़क पर गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया। आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को काबू करने की कोशिश हुई थी।