रायपुर :छत्तीसगढ़ में दो दिन पहले सोमवार को नक्सलियों ने जिन चार अधिकारियों का अपहरण किया था, उनके शव बरामद हो गए हैं। चारों पुलिस अधिकारियों के शव राज्य के बीजापुर जिले में बुधमा के पास मिले। जहां से इन अधिकारियों को अगवा किया गया था वहीं से यह जगह केवल 5 किमी की दूरी पर है।
चारों पुलिस अधिकारियों के शव मिलने की खबर के बाद पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है तथा दोषी नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गयी है।
बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक के.एल. ध्रुव ने फोन पर बताया कि जिले के कुटरू थाना क्षेत्र से अपहृत चार सहायक आरक्षक राजूराम केलम, मंगल सोढ़ी, जयदेव यादव और रामा भज्जी की हत्या कर उनके शव गुदमा गांव के करीब सड़क पर फेंक दिए।
ध्रुव ने बताया कि बुधवार सुबह पुलिस को जानकारी मिली थी कि जवानों के शव गुदमा गांव के करीब सड़क पर पड़े हुए हैं। जानकारी के बाद घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस महीने की तेरह तारीख को नक्सलियों ने वाहन से उतारकर चार सहायक आरक्षकों का अपहरण कर लिया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ व्यक्तिगत कारणों से पुलिस जवान बीजापुर गए थे तथा वहां से कुटरू लौट रहे थे। उनकी बस जब कुटरू और सकनापल्ली गांव के मध्य पहुंची तब नक्सलियों ने बस को रोक लिया। इस दौरान जवान वर्दी में नहीं थे। बस को रोकने के बाद नक्सलियों ने बस की तलाशी ली और दो पुलिस जवानों को अगवा कर अपने साथ ले गए। वहीं दो पुलिस जवान मोटर साइकल से जा रहे थे, जिन्हे रोक लिया गया।
उन्होंने बताया कि इस दौरान दो अन्य जवानों मिच्चा हुंगा और जयलाल के भी लापता होने की जानकारी मिली थी, लेकिन वह बीजापुर चले गए थे, जिनकी जानकारी पुलिस को मिल गई थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी पुलिस जवान अधिकारियों की जानकारी के बगैर गए थे तथा इस दौरान उन्होंने पर्याप्त सुरक्षा भी नहीं ली थी। पुलिस जवानों का अपहरण होने की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस दल को जंगल में रवाना किया गया था लेकिन दूसरे दिन तक उनका कोई सुराग नहीं मिला। वहीं बुधवार सुबह उनके शव सड़क पर पड़े होने की जानकारी मिली है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस दल को रवाना किया गया है तथा दोषी नक्सलियों की खोज शुरू कर दी गई है। छत्तीसगढ़ का कुटरू क्षेत्र धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां नक्सली कई घटनाओं को अंजाम दे चुके है। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने चुनाव दल पर हमला कर दिया था। इस हमले में छह कर्मियों की मौत हो गई थी तथा छह अन्य घायल हो गए थे। एजेंसी