नई दिल्ली: चुनाव आयोग द्वारा दिया गया ईवीएम मशीन हैक करने का चैलेंज आयोग के दिल्ली स्थित दफ्तर में शुरू हो चुका है। इस चैलेंज में केवल दो राष्ट्रीय पार्टियां एनसीपी और माकपा हिस्सा ले रहीं थीं लेकिन चैलेंज शुरू होने के बाद दोनों ही घबरा गईं और चुनौती से पीछे हटते हुए कहा कि हम सिर्फ इसकी प्रक्रिया समझने आए थे।
जानकारी के अनुसार इस चैंलेंज को लेने के लिए सीपीएम और एनसीपी के प्रतिनिधि आए थे। उन्हें 4-4 ईवीएम मशीनें दी गईं थी। दो घंटे तक कोशिश के बाद सभी ने कह दिया कि वो तो केवल इसकी प्रक्रिया समझने आए थे।
बता दें कि हैकिंग चैलेंज के लिए आयोग ने देश भर से 14 ईवीएम मशीनें मंगाई हैं। उधर नैनीताल हाई कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्रीय निर्वाचन आयोग के ईवीएम चैलेंज के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया। हाई कोर्ट का कहना है कि चुनाव आयोग को पूरा अधिकार है कि वह अपना संदेह दूर करे। हाई कोर्ट के इस फैसले को आयोग की जीत के तौर पर देखा जा रहा है।
देश भर से मंगाई 14 ईवीएम
इस चैलेंज के लिए निर्वाचन आयोग ने देश भर से 14 ईवीएम मंगाई हैं। आयोग ने उन राज्यों से मशीनें मंगाई हैं, जहां हाल में चुनाव संपन्न हुए। पंजाब के पटियाला, बठिंडा, उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद व उत्तराखंड के देहरादून में इस्तेमाल हुई ईवीएम मंगवाया गया है।
मदरबोर्ड चेंज करने की इजाजत नहीं
चुनाव आयोग पहले ही साफ कर चुका है कि ये ईवीएम चैलेंज होगा, लेकिन इसे हैकॉथन नहीं कहा जा सकता। बता दें कि आप ने ईवीएम का मदरबोर्ड चेंज करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन आयोग ने इसे खारिज कर दिया था। कहा कि अगर मदरबोर्ड ही चेंज कर दिया तो वो असली ईवीएम कैसे रहेगा।
चार-चार घंटे मिलेंगे दोनों पार्टियों को
शनिवार को दोनों पार्टियों को चार-चार मशीनें दी जाएंगी। सुबह दस बजे से उनका समय शुरू होगा और दोपहर दो बजे तक चार घंटों के दौरान उन्हें साबित करना होगा कि ईवीएम से छेड़छाड़ करके चुनाव परिणाम को प्रभावित किया जा सकता है। यह दो चरणों में होगा। पहले चरण में पार्टियों को यह साबित करना होगा कि ईवीएम में छेड़छाड़ करके प्रत्याशी या पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाया गया। उन्हें कंट्रोल यूनिट में मौजूद परिणाम को बदलकर दिखाना होगा। इसके लिए वह मशीनों के बटनों का इस्तेमाल कर सकेंगे। साथ ही मोबाइल व ब्लूटूथ जैसी डिवाइस के प्रयोग की भी आजादी होगी। दूसरे चरण में उन्हें साबित करना होगा कि विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल की गई मशीनों में चुनाव से पहले छेड़छाड़ की गई थी। दोनों दलों के लिए दो अलग-अलग काउंटर स्थापित किए जा रहे हैं।
आप ने पीछे हटाए कदम
ईवीएम पर सबसे ज्यादा सवाल उठाने वाली आम आदमी पार्टी (आप) इस चैलेंज में हिस्सा नहीं लेगी। वह शनिवार को उसी समय चुनाव आयोग की तर्ज पर अपना समानांतर चैलेंज आयोजित करेगी।
@एजेंसी