महाराष्ट्र में लगभग एक महीने तक चले सियासी घमासान के बाद राज्य में शिवसेना,एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बन गई है।
इस गठबंधन के केंद्र में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार हैं। बुधवार को शरद पवार का एक और बड़ा बयान सामने आया है। पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी का भाजपा के बजाय शिवसेना के साथ काम करना ज्यादा आसान है।
NDTV को दिए गए इंटरव्यू में यह बात कही गई। शरद पवार ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि विचारधाराओं में अंतर की वजह से भाजपा के साथ काम करना ज्यादा मुश्किल है।
बता दें कि पिछले महीने जब राज्य में सरकार को लेकर उठापटक जारी थी। उस दौरान पीएम मोदी ने पवार से मुलाकात की थी।
पवार से जब पूछा गया कि भाजपा और शिवसेना की विचारधारा हिंदुत्व पर आधारित है तो उन्होंने भाजपा के बजाय शिवसेना को क्यों चुना?
इस पर पवार ने कहा कि शिवसेना सरकार चलाने में हिंदुत्व को नहीं लाती है। हिंदुत्व उनकी सोच है। वह इसे छुपाते नहीं है। लेकिन हिंदुत्व प्रशासनिक प्रक्रिया में नहीं आता है।
एनसीपी नेता शरद पवार ने पीएम मोदी से मुलाकात को लेकर हाल ही में बड़ा खुलासा किया था।
उन्होंने दावा किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें महाराष्ट्र में साथ काम करने का ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। पवार ने यह भी जोड़ा था कि पीएम मोदी ने सुप्रिया सुले को मोदी कैबिनेट में जगह देने का प्रस्ताव भी दिया था।
पवार ने अपने बयान में कहा था कि मेरे पीएम मोदी से व्यक्तिगत तौर पर बहुत अच्छे संबंध हैं लेकिन मैंने उनके साथ काम करने को लेकर असमर्थता जाहिर कर दी थी।