नई दिल्ली- समाजवादी पार्टी नेता अबु आजमी ने फिर शर्मनाक बयान दिया है। उन्होंने नए साल के मौके पर बंगलुरु में लड़कियों से हुई छेड़छाड़ के लिए उनके पहनावे को जिम्मेदार ठहराया है। अबू आजमी ने कहा कि जहां पेट्रोल होगा, वहीं आग लगेगी।
आजमी ने कहा कि आज मॉडर्न जमाने में जितनी औरत नंगी नजर आती है उतना उसे फैशनेबल कहा जाता है। अगर मेरी बहन-बेटी सूरज डूबने के बाद गैर मर्द के साथ 31 दिसंबर मनाए और उसका भाई या पति साथ नहीं है तो ये ठीक नहीं है। जहां पेट्रोल होगा, वहीं आग लगेगी। शक्कर गिरेगी तो चींटी जरूर आएगी. इससे बहुत लोग मुझसे नाराज होंगे, लेकिन चलेगा क्योंकि यह सच्चाई है।
सिर्फ आजमी ही नहीं कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वरा भी चौंकाने वाली प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि नववर्ष और क्रिसमस के अवसर पर इस तरह की घटनाएं होती हैं। हम सावधानियां बरतते हैं। इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महिलाओं की गरिमा की रक्षा करना राज्य सरकार का दायित्व है।
31 दिसंबर यानी न्यू ईयर के जश्न की रात हर साल की तरह बंगलुरु के एमजी रोड और ब्रिगेड रोड पर हजारों की संख्या में लड़के-लड़कियां जमा हुए थे। जश्न की तैयारियों को लेकर पूरे इलाके में तकरीबन डेढ़ हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इसी दौरान वहां पहुंचे कुछ हुड़दंगियों ने लड़कियों के साथ जोर-जबरदस्ती की कोशिश की। मनचले उन्हें जबरन छूने लगे और उन पर अश्लील फब्तियां कसने लगे।
रात तकरीबन 11 बजे वहां पहुंचे कुछ हुड़दंगियों की वजह से वहां अफरा-तफरी मच गई. पार्टी में शामिल हुए हुड़दंगी लड़कियों को जहां-तहां हाथ लगाने लगे, महिलाओं पर फूहड़ फब्तियां कसने लगे। कुछ आरोपियों ने महिलाओं के कपड़े उतारने तक की कोशिश की। चश्मदीदों की मानें तो हालात इतने खराब हो गए कि महिलाएं सैंडल उतारकर मदद के लिए इधर-उधर भागने लगी। कुछ मिनटों तक चला खौफ का यह पूरा खेल पुलिस की मौजूदगी में खेला गया।
NCW ने भेजा समन
बंगलुरु में छेड़छाड़ के मामले पर विवादित बयान देने के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने सपा नेता अबू आजमी और खर्नाटक के गृह मंत्री दोनों को समन भेजा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन ललिता कुमारमंगलम ने कहा कि उनके बयान पर सफाई मांगी गई है।
महिला संगठनों ने कार्रवाई की मांग की
छेड़छाड़ को लेकर सपा नेता अबू आजमी के बयान की महिला संगठनों ने निंदा की हैं. महिला अधिकार कार्यकर्ता वृंदा अडिग ने कहा कि महिलाओं को ही जिम्मेदार ठहरा देना काफी संकीर्ण सोच को दर्शाता है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। महाराष्ट्र महिला आयोग से अबू आजमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर चेयरमैन विजया राहतकर ने कहा कि हम इस मामले में कानून को देखेंगे। हम देखेंगे कि उन्होंने क्या कहा है उसी के बाद आगे के कदम के बारे में फैसला ले सकते हैं।