ह्यूस्टन: अमेरिकी राज्य टेक्सास के ह्यूस्टन में एक भारतीय-सिख पुलिस ऑफिसर संदीप सिंह धालीवाल की निर्मम हत्या कर दी गई है। संदीप को पीछे से कई बार गोलियां मारी गईं और एक ट्रैफिक स्टॉप पर यह घटना हुई है। सीनियर पुलिस ऑफिसर एड गोंजालेज की तरफ से शनिवार को इस बात की जानकारी दी गई है। इसके अलावा वह पहले ऐसे सिख ऑफिसर भी थे जिन्हें सिख धर्म के तहत मान्य पगड़ी और दाढ़ी के साथ ड्यूटी करने की मंजूरी दी गई थी।
संदीप सिंह की उम्र करीब 40 के आसपास बताई जा रही है। वह हैरिस काउंटी शेरिफ के डिप्टी थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘डिप्टी संदीप सिंह धालीवाल, जो ह्यूस्टन में एक सिख-भारतीय ऑफिसर थे, उनकी हत्या की खबर जानकर बहुत ही अफसोस हुआ है। हमने हाल ही में इस शहर का दौरा किया है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’साल 2015 में धालीवाल टेक्सास के पहले सिख पुलिस ऑफिसर बने थे। उन्हें अपने धर्म के साथ ड्यूटी करने की मंजूरी दी गई थी। धालीवाल, यूनाइटेड सिख्स के साथ भी जुड़े थे। यह एक एनजीओ है जो मानवीय सहायता के कार्यों से जुड़ा है।
गोंजालेज ने बताया कि धालीवाल 10 वर्षों से डिपार्टमेंट के साथ थे। उन्होंने एक गाड़ी को रोका जिसमें एक पुरुष और एक महिला सवार थे। उनमें से एक ने उन पर अचानक हमला कर दिया और उन्हें दो बार गोली मारी। शूटर को पास के शॉपिंग सेंटर की तरफ भागते हुए देखा गया था। जांचकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने धालीवाल के डैशकैम वीडियो से शूटर की पहचान कर ली है। शूटर और महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। धालीवाल शादीशुदा थे और वह तीन बच्चों के पिता थे। कमिश्नर एड्रियन ग्रारसिया ने कहा डिप्टी संदीप धालीवाल वाकई महान व्यक्ति थे। वह कई लोगों के लिए एक उदाहरण हैं। उन्होंने अपने समुदाय के सम्मान और गौरव का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने बताया कि कैसे हार्वे तूफान के बाद उन्होंने कैलिफोर्निया से आए लोगों की मदद की थी।