मायाराज के निर्माणों पर मेहरवान अखिलेश सरकार
लखनऊ- [तेज़ न्यूज़ एक्सक्लूसिव] अभी बहुत दिन नहीं हुए मायाराज खत्म हुए। प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई से बड़े-बड़े पार्को/ स्मारकों का निर्माण कराया गया। दूर-दूर से गुलाबी पत्थर मँगवाये गये, कई सौ करोड़ खर्च हुए।
मायाराज के कई नेताओ ने इस आलीशान निर्माणों की तुलना अकबर के दौर में किये गए निर्माण से कर दी। कइयों ने तो माया के इन निर्माणों की तुलना दिल्ली के लालकिले से की, लालकिला तो आज भी उसी शानो-शौकत से खड़ा है, और देश उस पर गर्भ करता है।
उत्तरप्रदेश में मायाराज में पार्को/ स्मारको के नाम पर हुई लूट व बर्बादी के निशा कुछ ही वर्षो में साफ दिखने लगे है। कई एकड़ में बना काशीराम स्मारक आज घटिया निर्माण का शिकार हो रहा है। यहाँ जगह-जगह पत्थर गायब हो चुके है और जो लगे हुए है वो भी गिरने की कगार पर है। वी0आई0पी0 रोड की दोनों और दीवारो पर जो पत्थर और रैलिंग लगाई गई थी, वो गायब हो चुकी है। जिसके निर्माण में करोड़ो रूपया पानी की तरह बहाया गया, प्रदेशभर का सरकारी अमला दिन-रात काम में लगा रहा, आज उसके टूटने के निशा किसी को नहीं दिखते।
इन पार्को/ स्मारको के निर्माण के लिए जिम्मेदार इंजीनियर, ठेकेदार आज करोड़ो की हैसियत के मालिक बने बैठे है। काम करने वाले सब मालामाल हो गए। लुटा तो सिर्फ, गरीब का पैसा।
इन पार्को/ स्मारको को सार्वजनिक उपयोग में लाने व इनके निर्माण में हुई लूट की जांच का दावा करने वाली अखिलेश सरकार ने भी अपनी आँखे बंद कर रखी है। गलत को गलत न कहना भी उसका समर्थन होता है। अखिलेश सरकार के रवैये से ये साफ़ हो गया है की मायाराज में हुई इस बर्बादी को उनका पूरा समर्थन है और रहेगा।
रिपोर्ट – शाश्वत तिवारी