मुंबई – भारतीय मूल की एक मॉडल जिसका आशियाना आजकल दुबई में है। जमशेद जी के शहर से सम्बन्ध रखने वाली बेहद खूबसूरत मॉडल नाज़नीन जिसका सफर गुजरात मुंबई से होता हुआ दुबई पहुँच गया है। बोली से हिंदी की भीनी खुशबू ,इनके दिल में भारत बसता है। और जानवरों से बेहद लगाव है।
कभी बिहार था आज झारखंड है जमशेदपुर जिसे दुनिया का हर व्यक्ति जानता है। इसी शहर से दुबई में जा बसी एक मॉडल जिसकी बातों से हिंदी की भीनी खुशबू आती है। और दिल में बसता है भारतीय सम्मान, इनका खूबसूरत सा नाम नाज़नीन है इस पारसी कन्या का जमशेदपुर में जन्म हुआ यहाँ से शिक्षा दीक्षा लेकर गुजरात और मुंबई फिर पहुँच गयी दुबई लेकिन भारतीय संस्कृति इनको खींचती रही है।
क्यों की एक भारतीय ही सत्य और अहिंसा के हित में आवाज़ उठाता है। एक छोटा सा उदाहरण देते हुए नाज़नीन कहा की मुझे जानवरों से बेहद लगाव है। मेरा दिल और जान जानवरों में बसती है। जानवरों के हित में नाज़नीन ने आवाज़ बुलंद की है उनका कहना है की जानवरो की रक्षा हेतु कानून बने। ” सूरज उगने से पहले इंसान नहीं जानवरों की बांग आती है। लेकिन वो इंसान आज भूल चूका है की उसका अतीत पहले जंगल ही था भले आज शहर हो बन गया हो।
मसहूर गायक मोहम्मद रफ़ी साहब का गाया गीत की ” जब जानवर कोई इंसान को मारे । कहते हैं दुनिया में वहशी लुटे सारे । एक जानवर की जान आज इंसानो ने ली है चुप क्यू है संसार। ” जानवर वफादार होता है। उसे प्यार करो आपके पास आता है क्योंकी उसमे भेद भाव नहीं होता है। वो अहंकारी नहीं होता, वो घमण्डी नहीं होता। लेकिन इंसान भेदभाव पैदा कर देता है। स्वार्थी हो जाता है लेकिन जानवर कभी नहीं, आजमा कर देख ले दुनिया।
जब कोई इंसान किसी को मारे तो पुलिस थाने में केस दर्ज होता है। लेकिन जब एक जानवर को मारकर खाया जाता है उसमे भी जान होती है तब मामला क्यू दर्ज नहीं होता है पूरा संसार के पास जवाब है इसका कोई दे जवाब ? आज कोई शेर का शिकार करके उसका मास खाए ऐसा संभव नहीं है लेकिन साधारण जानवर जो विरोध नहीं करता लोग उसे ही खाते हैं मार काट कर।
मेरी सोच अलग हटकर है। लोग सोचते होंगे मैं मॉडल हूँ दुबई में भारती सौन्दरता का जलवा बिखेर कर भारत का नाम रोशन कर रही हूँ मिस गुजरात, मिस ब्यूटी भी रह चुकी हूँ। मैं सेक्सी बात करूँ ,गर्म सीन का जिक्र करूँ , नहीं मैं जानवरो के पक्ष में उनके जीवन और उनके अधिकारों को दिलाने के लिए मैदान में उतरी हूँ। अपने काम के साथ साथ मैं इनके हक़ के लिए लड़ूंगी और इनकी हत्या को बंद करवाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी तो लड़ूंगी। रिपोर्ट :- अजय शर्मा