नई दिल्ली – यमुना नदी के किनारे होने वाले श्री श्री रविशंकर के प्रोग्राम को मंजूरी मिल गई है। कार्यक्रम के आयोजन के खिलाफ राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण (एनजीटी) में याचिका दाखिल की गई थी। याचिका कि सुनवाई करते हुए एनजीटी ने कार्यक्रम को मंजूरी देते हुए कुछ शर्तें भी लगाई है। एनजीटी ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजन के बाद यमुना किनारे की साफ-सफाई की जिम्मेदारी आर्ट ऑफ लिविंग की होगी। साथ ही संस्था पर पांच करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) पर भी 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
हालांकि, कार्यक्रम शुरू होने से पहले आर्ट ऑफ लिविंग को अग्निशमन विभाग से मंजूरी लेनी होगी। इससे पहले, 11 मार्च से शुरू हो रहे तीन दिवसीय इस कार्यक्रम को लेकर बुधवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने पूछा कि श्री श्री रविशंकर के इस निजी कार्यक्रम में सेना क्यूं मदद कर रही है। इस प्रश्न को लेकर ही सदन में हंगामा हुआ।
प्रश्न का जवाब देते हुए संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि एनजीटी मामले की सुनवाई कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि श्री श्री रविशंकर पर्यावरण की रक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं। उल्लेखनीय है कि यमुना किनारे होने वाले इस कार्यक्रम के लिए सेना पुल बना रही है और इस मामले को लेकर भी विवाद है।