लखनऊ- एनआईए ऑफिसर तंजील अहमद की पत्नी फरजाना का भी आज निधन हो गया। हमले के बाद से ही फरजाना एम्स अस्पताल में भर्ती थीं जहां आज सुबह उनकी मौत हो गई। हमले के बाद से ही फरजाना का दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
इससे पहले तीन अप्रैल को फरजाना को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके पेट और पैर में गोली लगने से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। डॉक्टरों की कड़ी मशक्कत के 72 घंटे बाद उन्हें होश आया। इसके बाद धीरे-धीरे फरजाना ठीक हो रही थीं। गोली उनकी आंत को पार करते हुए निकली थी। इस वजह से वे गंभीर रुप से घायल हो गईं थीं। हालत ज्यादा बिगड़ने पर मंगलवार को ही उन्हें एम्स में एडमिट कराया गया था। जहां आज उनकी मौत हो गई।
आपको बता दें कि दो अप्रैल को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक इंसपेक्टर तंजील अहमद की हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी ! इस हमले के दौरान उनकी पत्नी फरजाना खातून को भी तीन गोलियां लगी थी। तीन अप्रैल को उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से वह बेहोशी की हालत में थी। उनके पेट से एक गोली आरपार हो गई थी। फरजाना खातून को सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया था ।
परिवारवालों ने एम्स में इलाज की गुजारिश की थी। चार डॉक्टरों की टीम के साथ फरजाना को एम्स ले जाया गया। एक-एक गोली हाथ व पैर को छूती हुई निकल गई थी। फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन के अनुसार परिवारवालों के अनुरोध पर फरजाना खातून को एम्स भेज दिया गया था । उनकी हालत में आंशिक सुधार था। वहीं फरजाना के देवर मोहम्मद रागिब ने बताया कि मुझे ऐसा लगा कि दो दिनों से उनका चेहरा प्रभावहीन हो रहा था।
उनके हाथ हिलाने के बाद आंखें पूरी तरह से नहीं खुल पा रही थी। ऐसे में हमने डॉक्टरों से एम्स में इलाज के लिए अनुरोध किया था !
ज्ञात हो कि एनआईए के डीएसपी तंजील अहमद एक पारिवारिक समारोह से अपनी पत्नी और बच्चों के साथ लौट रहे थे ! उसी दौरान सहसपुर शहर के करीब अज्ञात हमलावरों ने उन्हें नजदीक से कई गोलियां मारीं। हमलावर मोटरसाइकिलों पर सवार थे। इंसपेक्टर को 21 गोलियां मारी गई थीं और उनकी पत्नी को चार गोलियां लगी । गोलीबारी की इस घटना में उनका बच्चा बाल-बाल बच गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तंजील को मुरादाबाद के एक चिकित्सा केंद्र ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनकी पत्नी फरजाना की हालत नाजुक थी ।