नागपुर- भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सवालों के घेरे में आए महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे के लिए संघ के दरवाजे बंद हो गए हैं। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक कुर्सी बचाने में जुटे महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ खडसे को संघ प्रमुख भागवत और गडकरी ने मिलने का समय नहीं दिया। वह नागपुर में संघ प्रमुख से मुलाकात करने पहुंचे थे। नितिन गडकरी खडसे से मिले बिना ही मुंबई के लिए निकल गए। वहीं, भागवत के दिनभर के कार्यक्रम में खडसे से मुलाकात का कार्यक्रम ही नहीं है।
खडसे के खिलाफ कार्रवाई की बात तभी तय हो गई थी जब राज्य के मुख्यमंत्री देवेद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की और कहा कि इस मामले में पार्टी ‘उपयुक्त कार्रवाई’ करेगी। बाद में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि खडसे के खिलाफ कार्रवाई होगी, हालांकि यह ‘आज’ नहीं होगी। उन्होंने इस बात का संकेत दिया कि कार्रवाई आने वाले समय में हो सकती है।
अमित शाह से मुलाकात के बाद फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने मामले पर तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपी है जो हाल में सामने आई है। हमने उन पर चर्चा भी की है। पार्टी निर्णय करेगी कि आगे क्या करना हैं।’ पुणे में सरकारी एमआईडीसी की जमीन को औने-पौने दाम में खरीदने के लिए खडसे पर उनके राजनीतिक विरोधियों और बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने आरोप लगाए हैं। इस जमीन की कीमत 40 करोड़ रूपए बताई गई है।
खडसे पर यह भी आरोप है कि उनके पास दाउद इब्राहिम के सहयोगी का फोन आया था। महाराष्ट्र के इस वरिष्ठ मंत्री ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया है। इस बीच, खड़से के लिए उस वक्त और मुश्किल पैदा हो गई जब एक चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन कर दिया जिसमें एक पुलिस अधिकारी दावा कर रहा है कि खडसे ने व्हिसल ब्लोवर हेमंत गवांदे के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए दबाव बनाया।