लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित चुनावी रैली में दावा किया कि अगर उनकी पार्टी की सत्ता में आती है तो सात निश्चय में घोटाला करने वाले सलाखों के पीछे होंगे, वो चाहें अधिकारी हों या फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।
चिराग पासवान बक्सर के डुमराव में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी फेल हो गई। अवैध शराब हर जगह बिक रही है और इसका कमीशन नीतीश कुमार तक पहुंच रहा है।
चिराग पासवान ने कहा कि जो मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारी, युवा विरोधी और बिहार को बर्बाद करने वाला है, क्या उसे मुख्यमंत्री बनने रहने का हक है। जनता ने कहा नहीं।
इसके बाद चिराग ने सवाल पूछा कि उसे बदलना चाहिए या नहीं, जनता ने फिर उनको अपना समर्थन दिया। साथ ही चिराग पासवान ने कहा कि सात निश्चय योजना में घोटाला करने वाले सलाखों के पीछे होंगे, वो चाहें अधिकारी हों या फिर मुख्यमंत्री ने। लोजपा की सरकार बनने के बाद इसकी जांच कराई जाएगी और फिर सबको जेल भेजा जाएगा। चाहें वो मुख्यमंत्री ही क्यों न हो।
साथ ही लोजपा प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) ने मना कर दिया कि यहां कारखाना नहीं खुल सकता। हमारे प्रदेश में एक युवा विरोधी मुख्यमंत्री है, जो चाहते ही नहीं हमारे युवा आगे बढ़ें। अगर युवा पढ़-लिख गया तो इनसे सवाल पूछेगा। इनको हटाना जरूरी है।
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने चिराग पासवान पर बड़ा हमला बोला है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि चिराग पासवान और तेजस्वी यादव ने आपस में हाथ मिला लिया है।
जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि चिराग को पता चल गया है कि इस बार के चुनाव में उनकी दाल गलने वाली नहीं है इसलिए वह लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
वशिष्ठ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनता का भ्रम दूर कर दिया है और जनता भी सब कुछ अच्छे से समझ रही है। तेजस्वी यादव के उस बयान जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार को थका कहा था पर भी वशिष्ठ नारायण सिंह ने तीखी टिप्पणी की और कहा कि आज भी नीतीश कुमार किसी युवा से अधिक काम करने की क्षमता रखते हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज भी 14 से 15 घंटे तक का काम करते हैं कि बिहार की जनता अच्छे से जानती है।