नई दिल्ली- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सोमवार को ऐलान किया कि नोटबंदी के बाद ATM से कैश निकालने को लेकर लगाई गई सीमा 1 फरवरी से पूरी तरह से हटा दी जाएगी। बता दें कि 16 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक एटीएम से पैसे निकालने की सीमा प्रतिदिन 4500 रुपए से बढ़ाकर रोजाना 10,000 रुपए कर दिया था। हालांकि रिजर्व बैंक ने सप्ताह में 24,000 रुपए निकासी की सीमा को बरकरार रखा है। यह सीमा केवल सेविंग अकाउंट को लेकर है।
इसके अलावा जिन लोगों का करंट खाता है, उनके लिए बैंकों से निकासी को लेकर तय की गई सीमा भी पूरी तरह से समाप्त कर दी गई है।
8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद बैंक खातों से पैसे की निकासी सीमित कर दी गई थी। नोटबंदी के बाद एटीएम से 2000 रुपए रोजाना निकालने की अनुमति थी जिसे बाद में बढ़ाकर 2500 रुपए किया गया था। इस सीमा को 31 दिसंबर 2016 को रिवाइज किया गया और 1 जनवरी 2017 से लागू नियम के मुताबिक यह सीमा बढ़ाकर 4500 प्रतिदिन कर दी गई थी।
नोटबंदी के बाद तीसरी बार बढ़ाई लिमिट
– इससे पहले 1 जनवरी 2017 को ए.टी.एम. से कैश विद्ड्रॉल की लिमिट रोजाना 2,500 रुपए से बढ़ाकर 4,500 रुपए कर दी गई थी। हालांकि, तब 24 हजार रुपए की वीकली लिमिट को बरकरार रखा गया था।
– 16 जनवरी को आर.बी.आई. ने ए.टी.एम. से कैश विद्ड्रॉल की लिमिट 4500 से बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दी। तब भी 24 हजार रुपए की वीकली लिमिट
को बरकरार रखा गया था।
– 30 जनवरी को आर.बी.आई. ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि 1 फरवरी से ए.टी.एम. से कैश निकालने पर कोई पाबंदी नहीं रहेगी।
– वहीं 30 जनवरी से ही करंट अकाऊंट से कैश विद्ड्रॉल की लिमिट खत्म कर दी गई है। [एजेंसी]