मून्दी: गुरु के चरणों में संपूर्ण समर्पण होने से सभी काम पूरे हो जाते हैं। मनुष्य को चाहिए कि वह भगवान की शरण में रहकर उन पर विश्वास करे तो प्रभु अपने भक्त पर असीम कृपा बरसाते हैं। घर परिवार का चिंतन और घर से मोह करने वाला खुद को बरबात करता है । मीरा को संसार ने अपनाया नहीं समाज ने उनका तिरस्कार किया फिर भी आज वो महान हो गई।
घर परिवार के प्रति कर्तव्य जरूर निभाए किन्तु अधिक मोह नुकसान भी देता है । अपने हित के लिए दूसरों का अहित सही नहीं । संसार का विचार जितना जरूरी हो उतना ही करे। उक्त बात राष्ट्रिय संत कनकेश्वरी देवी ने मोंडी में चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन कही । उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत पका हुआ फल है इसे ग्रहण करे।वेदों का शश्रेष्ठ रस भागवत कथा में ही है ।जिसके अस्तित्व पर वेदों का अस्तित्व है वो कृष्ण है। वेदों का परम तत्व भागवत से ही प्राप्त होता है ।
भगवत के प्रत्येक शब्द में कृष्ण बसे है । ये अनुभव हमे तभी होगा जब हमे सुखदेव जी की वाणी प्राप्त होगी । उन्होंने कहा हम जब भी सत्कर्म करे तो अजर अमर होकर करे । धर्म की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा की धर्म को स्थापित करने के लिए ही भगवान स्वयं प्रकट हुए है । धर्म के प्राचार में सबको अपना योगदान देना चाहिए ।
धर्म ग्रन्थ के वितरण में सहयोगी बने क्यूंकि धर्म ग्रंथ के द्वारा जो ज्ञान प्राप्त होता है वह स्पष्ट व सटीक होता है। महापुरुषों की दिव्य वाणी को सभी तक पहुंचना भागवत कार्य है ।
मूंदी में भागवत कथा का संगीतमय आयोजन जारी है। राष्ट्रीय संत माँ कनकेश्वरी देवी भागवत कथा के माध्यम से भक्तों को धर्म को कथा के महत्व से परिचित करा रही है।आयोजन के दौरान शुक्रवार शाम इंदौर विधायक रमेश मेंदोला भी मूंदी पहुंचे । कनकेश्वरी देवी ने मौनी बाबा की पावन सन्निधि में निमाड़ के महान संत सिंगाजी के दर्शन किये।
संतो की समाधि पर शीश नवाया – : माँ कनकेश्वरी देवी ने कथा एस पूर्व मूंदी में हीस्थित संत बुखारदास बाबा एवं संत गुलाब दास बाबा आश्रम में संतो के समाधि पर शीश नवाया। महंत विजेंद्र राव ने कनकेश्वरी देवी को स्मृति चिन्ह प्रदान किया वहीं संतो की आरती भी की गई । आरती में कथा संयोजक नगर परिषद् अध्यक्ष संतोष राठौर , पंकज मुंदड़ा ,संतोष शर्मा ,दीपक सोनी ,आशीष चटकले सहित आयोजन समिति के सदस्य शामिल हुए ।
रिपोर्ट @अभिषेक गीते