मुंबई – पिछले दिनों मुंबई में एक मॉडल को मुस्लिम होने के कारण फ्लैट न दिए जाने का मामला सामने आया था, अब उसी शहर में एक युवक को नॉन-वेजिटेरियन यानी मांसाहारी होने के कारण एक बिल्डर फ्लैट देने से इनकार कर दिया।
हालांकि पुलिस ने उस बिल्डर और उसके एक कर्मचारी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।
मुंबई के मलाड पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर मिलिंद खेटले ने बताया कि वैभव रहाटे की शिकायत पर राजेश मेहता और उनके कर्मचारी पंकज मेहता के खिलाफ आईपीसी की धारा 153(b)(1)(B)� के तहत मामल दर्ज किया गया है। राष्ट्रीय एकता को ठेस पहुंचाने के आरोप में इन धाराओं के तहत सजा दी जाती है।
मुंबई में कार डीलिंग का काम कर रहे वैभव राहाटे ने अपनी शिकायत में कहा कि श्रीनाथ समूह के एक कर्मचारी ने उन्हें चार मई को बताया कि उसके अपार्टमेंट में मराठियों और मुस्लिमों को फ्लैट नहीं दिया जाएगा, क्यों वे मांसाहारी होते हैं।
वैभव ने बताया कि उनसे कहा कि गया कि अपार्टमेंट केवल उन्हें ही फ्लैट दिया जाएगा, जो शुद्घ शाकाहारी हैं। पुलिस ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि आरोपी बिल्डर को गिरफ्तार किया जाएगा या नहीं।
वैभव राहटे ने कहा कि पुलिस ने उनकी शिकायत के बाद भी 25 दिनों तक बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने पुलिस स्टेशन के बाहर धरना दिया, उसके बाद ही पुलिस सक्रिय हुई। मुंबई में ही पिछले दिनों एक एमबीए ग्रेजुएट को मुस्लिम होने के कारण नौकरी देने से इनकार कर दिया गया था।