नई दिल्ली: उत्तर कोरिया ने अब अमेरिका के साथ सीधे टकराव का ऐलान कर दिया है, उत्तर कोरिया ने अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर को तबाह करने की बात कही है। पश्चिमी प्रशांत महासागर में जापान के दो नौसैनिक जहाजों के साथ अमेरिकी पोत के अभियान के बाद उत्तरी कोरिया ने अमेरिका को सीधी धमकी दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूएसएसआर कार्ल विंसन पोत को कोरिया के महाद्वीप में हमला करने का निर्देश दिया है। अमेरिका ने यह निर्देश उत्तर कोरिया के हाल ही में परमाणु टेस्ट के बाद यह फैसला लिया है, जिसके बाद उत्तरी कोरिया ने सीधे तौर पर अमेरिका को इस बात की धमकी दी है कि वह अमेरिका और एशिया में उसके सहयोगियों पर भी हमला कर सकता है। हालांकि अमेरिका ने यह साफ नहीं किया है कि उसने कहां पर हमले की बात कही है, अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि यह पोत जल्द ही पहुंचेगा लेकिन अभी इसकी और कोई जानकारी नहीं है। जिसके बाद उत्तरी कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के नेता रोडोंग सिनमुन ने कहा कि हमारी क्रांतिकारी सेना अमेरिका की परमाणु से लैस एयरक्राफ्ट पोत को डुबाने के लिए तैयार है, हम उसे सिर्फ एक हमले में डुबा सकते हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को उत्तरी कोरिया अपना 85वीं वर्षगांठ मनाएगा, पिछले साल के इतिहास पर नजर डाले तो हर साल उत्तर कोरिया ने इस मौके पर बड़े हथियार का परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया अभी तक कुल पांच परमाणु परीक्षण कर चुका है और वह अभी भी परमाणु मिसाइल बनाने में लगा हुआ है जो अमेरिका तक मार कर सके। हाल ही में उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाईल के कई परीक्षण किए थे और युनाइटेड नेशंस के नियमों को ताक पर रख दिया था।
जिस तरह से उत्तर कोरिया अपनी परमाणु ताकत को बढ़ा रहा है वह अमेरिका की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर सामने आया है और ट्रंप के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी। वहीं उत्तर कोरिया के इस परीक्षण और बयान ने जापान के लिए भी मुश्किल बढ़ा दी है। उत्तर कोरिया ने साफ कर दिया है कि अगर उसे निशाना बनाया गया तो वह इसका जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा, यही नहीं उसने साफ धमकी दी है कि वह दक्षिण कोरिया और जापान को भी अपना निशाना बना सकता है।
अमेरिका के रक्षा सचिव जिम मैटिस ने कहा कि उत्तर कोरिया का हाल में दिया गया बयान भड़काने वाला है, लेकिन यह सिर्फ खोखला है, पहले भी उसने इस तरह की खोखली धमकी दी है। हम सभी कई बार उत्तर कोरिया की इस तरह की बयानबाजी सुन चुके हैं, उनके बयान का कोई महत्व नहीं है। जापान को इस बात का भी अंदेशा है कि उत्तर कोरिया उसपर परमाणु या रसायनिक हमला भी कर सकता है। जापान की कुछ सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने प्रधानमंत्री शिंजो अबे से कहा है कि वह उत्तरी कोरिया के इन हथियारों से निपटने के लिए तैयार रहे, इससे पहले कि उत्तरी कोरिया उसपर हमला करे। गौरतलब है कि जापान की नौसेना सबसे ताकतवर नौसेना में से एक है, वह एशिया में चीन के बाद दूसरे नंबर पर है।
जापान के दो युद्धपोत सेमिद्रे और अशिगारा शुक्रवार को पश्चिमी जापान से अमेरिका के कार्ल विंसन के साथ साझा अभियान के लिए रवाना हुई है, यह युद्धपोत कई तरह के अभ्यास करेंगे। हालांकि जापान की सेना ने यह साफ नहीं किया है कि यह अभ्यास किस जगह होगा, लेकिन माना जा रहा है कि यह अभ्यान 2500 किलोमीटर के दायरे में चलेगा जिसमे दक्षिण कोरिया भी शामिल है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया इस बात को कहते आ रहे हैं कि उत्तर कोरिया एक और परमाणु हथियार का परीक्षण कर सकता है, जिसके खिलाफ अमेरिका और चीन ने उत्तर कोरिया को चेतावनी भी दी है, जिसके बाद दक्षिण कोरिया ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर कर दिया है।