गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को फिर से तीन मरीजों की मौत हो गई। हालांकि मौत के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है।
वहीं, दूसरी ओर पीड़ित परिवार के लोगों ने बीआरडी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। लोगों में इस बात का गुस्सा था कि मामले में यूपी के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया।
अस्पताल में सोमवार को फिर से मौतें हुई। मातम का यह सिलसिला सुबह तब शुरू हुआ जब वार्ड में 10 दिन से भर्ती भठही कुशीनगर की गुड्डी (13) की मौत हुई। आंखों के आगे गुड्डी को दम तोड़ता देखकर दोघरा की मैना और फूलमती अपनी नौ साल की बच्ची मधु (9) की जान की चिंता में रोने लगीं। घंटों तक रोने के चलते मधु की मां मैना कई बार बेहोश हुईं।
थोड़ी देर बाद देवरिया के पांच माह के मासूम आनंद पुत्र उपेंद्र की मौत हो गई। दवा काउंटर के आगे उसकी दादी का विलाप देखकर लोगों की आंखें भर आईं। महराजगंज के कोठीभार थाना के लोहेपार गांव निवासी पिंटू की नौ दिन की बेटी किरन की लाश लेकर जब उसकी दादी रोते हुए निकलीं तो यह दृश्य देखकर हर कोई द्रवित हो गया। पिंटू और उसकी पत्नी का रोना देखकर कइयों की पलकें भीग उठीं।