भोपाल : मध्य प्रदेश की सियासत में बीते कुछ दिनों से सुनाई दे रही शराबबंदी की गूंज को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नई दिशा दे दी है। सिर्फ शराबबंदी करने की जगह मध्य प्रदेश को नशामुक्त बनाने का उन्होंने संकल्प लिया और लोगों से इसमें सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम मध्य प्रदेश को नशामुक्त बनाने की दिशा में काम करना चाहते हैं, यह केवल शराबबंदी से नहीं होगा। कटनी के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीने वाले कहीं से भी ले आएंगे। इसलिए हम नशामुक्ति अभियान चलाएंगे ताकि लोग नशा छोड़ें और मध्य प्रदेश नशामुक्त बने। इसमें सभी का साथ चाहिए।
नशामुक्ति का मतलब पहले मैं नशा नहीं करूंगा। यह संकल्प लीजिए, फिर बाकी को भी मनाएंगे। मुख्यमंत्री ने नशामुक्ति में सहयोग देने के लिए उपस्थित लोगों को संकल्प भी दिलाया। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने एक बयान में कहा कि पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती का शराबबंदी का आंदोलन सामाजिक चेतना के लिए है। सरकार नशामुक्ति की दिशा में बढ़ेगी। इसी से शराबबंदी पर अंकुश लगाया जा सकता है।
कांग्रेस की राजनीति को रोकने की कवायद
मालूम हो, प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी को लेकर बयान दे चुकी हैं। मार्च से इस अभियान को लेकर रूपरेखा भी वे सार्वजनिक कर चुकी हैं। उमा के शराबबंदी से संबंधित बयान को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने भी समर्थन दिया था। शराब की नई नीति के बीच उमा का बयान सरकार के लिए परेशानी बन रहा था। शिवराज के प्रदेश को नशामुक्त बनाने के बयान को लेकर माना जा रहा है कि इससे उमा के बहाने कांग्रेस को राजनीति करने से रोका जा सकेगा।